दोस्तों जिस चीज का बच्चे को बहुत दिन से लम्बे समय से इंतजार था वो इंतजार की घड़िया समाप्त हो गई है | जी हाँ पिछले दिन देश के सबसे कठिन परीक्षा यूपीएससी का परिणाम निकाल दिया गया है | जिसमे बेटियो ने इस बार अपना जलवा दिखाया है बता दे कि उत्तर प्रदेश के बिजनौर की बेटी श्रुति शर्मा ने पुरे इंडिया में सबसे पहला रैंक लाइ है | वहीँ दुसरे नंबर पर बिहार की बेटी अंकिता अग्रवाल को जगह मिली है | और औरंगाबाद की रहने वाली सुब्रा को भी मिला 197 रैंक घरों में ख़ुशी की माहोल सब लोग दे रहे बधाई |

बता दे कि शुभ्रा के पिता अरूंजय शर्मा एक किसान हैं, वहीं उनकी मां रेणु देवी एक गृहणी. बावजूद अपनी बेटियों को पढ़ाने-लिखाने में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ रखी है.शुभ्रा ने भी इनका मान रखा है और पहली बार नहीं शुभ्रा ने दूसरी बार भी यूपीएससी की परीक्षा पास कर यह साबित कर दिखाया है |

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कि कुछ कर गुजरने की इच्छाशक्ति यदि दृढ़ हो तो संसाधनों की कमी सफलता की राह में कभी बाधक नहीं बनती है. 5 बहनों में दूसरे स्थान की बहन शुभ्रा ने इसके पहले भी यूपीएससी की परीक्षा में 308वीं रैंक हासिल की थी और फिलहाल जयपुर में इंडियन पोस्ट्स एंड टेलीकॉम फिनांस सर्विस में बतौर अधिकारी पदस्थापित हैं.

शुभ्रा ने पहली बार में आईआईटी की परीक्षा भी पास की थी, मगर अच्छी रैंक नहीं आने की वजह से मनचाहा ट्रेड नहीं मिल पाया. इसी वजह से वे इंजीनियरिंग की पढ़ाई नहीं कर सकीं. बाद में उन्होंने पॉलिटिकल साइंस को आगे की पढ़ाई का अपना विषय चुनते हुए, उसमें एमए और फिर पीएचडी भी की.

इसी बीच यूपीएससी में चयनित हो गईं और वे जयपुर में भारतीय डाक सेवा में बतौर वरिष्ठ अधिकारी अपनी सेवा देने लगीं. मगर उनकी इच्छा विदेश सेवा में जाने की थी, जिसे उन्होंने आखिरकार हासिल कर ही लिया. उनकी इस उपलब्धि से उसका परिवार ही नहीं, बल्कि पूरा औरंगाबाद खुश है और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना कर रहा है.

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...