IAS Junaid Ahmad : अगर इंसान में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो और मन में दृढ़ संकल्प हो तो कोई भी काम कठिन नहीं होता है. आज हम आपको एक ऐसे आईएएस अधिकारी के बारे में बताएंगे जिन्होंने असफलता को ही असफल बना दिया.

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परिवार की आर्थिक परिस्थितयों से जूझते हुए इस अवसत स्टूडेंट ने यूपीएससी की परीक्षा में टॉप किया. इस आईएएस अधिकारी का नाम जुनैद अहमद है. इन्होंने चार प्रयासों में असफल होने के बाद भी हार नहीं मानी और ना केवल यूपीएससी की परीक्षा को पास किया बल्कि उसमें सर्वोच्च रैंक भी हासिल की.

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आईएएस जुनैद अहमद ने यूपीएससी सिविल सर्विसेज जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा को पास करके लोगों के मन में व्याप्त उस धारणा को भी तोड़ा है जिसमें यूपीएससी की परीक्षा पास करने के लिए बचपन से ही इंटेलीजेंट होना जरूरी समझा जाता है. उनका मानना है कि अगर आप एक अवसत स्टूडेंट है और आप में कुछ कर गुजरने का जुनून है तो आप भी इस परीक्षा में सफलता हासिल कर सकते हैं. आइए जानते हैं कि जुनैद अहमद से आईएएस जुनैद अहमद बनने के उनके सफर के बारे में.

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जुनैद अहमद के परिवार से कोई भी शख्स प्रशासनिक सेवाओं में नहीं था. ऐसे में यूपीएससी परीक्षा को लेकर उन्हें कोई जानकारी नहीं थी. जुनैद ने इंटरनेट की मदद से यूपीएससी की बेसिक जानकारी और सक्सेसफुल लोगों के बारे में पढ़ना शुरु कर दिया. इसके साथ ही उन्होंने इस परीक्षा की तैयारी में खुद को पूरी तरह समर्पित कर दिया. साल 2013 में जब उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरु की तो परिवार ने उनका पूरा सपोर्ट किया. जुनैद रोज सुबह पांच बजे से उठकर पढ़ाई करने लगते थे.

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जुनैद ने उन लोगों के लिए एक उदाहरण पेश किया है जो ये सोचते हैं कि यूपीएससी परीक्षा सिर्फ बचपन से टॉपर स्टूडेंट की क्रैक कर सकते हैं. इसके अलावा जुनैद सोशल मीडिया और इंटरनेट के उपयोग को लेकर भी अलग राय रखते हैं. उनका मानना है कि अगर सोशल मीडिया और इंटरनेट का सही ढंग से इस्तेमाल किया जाए तो हम वहां से भी बहुत कुछ सीख सकते हैं. अपनी मेहनत और लगन से सफलता हासिल करने वाले जुनैद आज यूपीएससी की तैयारी करने वाले लाखों युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं.

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...