IAS Success Story: दोस्तों इंसान अगर मन में कुछ करने की जिद ठान ले और अपनी उस जिद पर लगातार मेहनत करते रहे तो इंसान को जरुर कभी ना कभी अपनी सफलता हासिल हो जायेगा. क्योकीं आज के इस खबर में हम बर्रा थाना क्षेत्र के जरौली फेस वन के रहने वाले संघप्रिय (Sanghpriya) की सफलता की कहानी के बाड़े में बताने जा रहे है.
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Sanghpriya ने UPSC की परीक्षा में हासिल किया 92वां रैंक
जिन्होंने आईएएस अधिकारी बनने के लिए अपनी 10 लाख का पैकेज ऑफर को ठुकराकर यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी शुरू किया था. और अपनी कड़ी मेहनत से पढाई कर यूपीएससी की परीक्षा के पहले ही प्रयास में पुरे ऑल इंडिया में 92वां रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बनकर अपने माता पिता सहित पुरे देश का नाम भी रौशन कर दिया.
Sanghpriya ने IAS अधिकारी बनने के लिए छोड़ा 10 लाख का पैकेज
IAS UPSC Success Story: संघप्रिय (Sanghpriya) बचपन से ही पढ़ने में काफी तेज थे. जिसके चलते उन्होंने कानपुर आईआईटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढाई पूरी किया. उसके बाद उनको कंपनी के तहत 7 लाख और 10 लाख का शानदार दो पैकेज ऑफर भी मिला. लेकिन उन्होंने आईएएस अधिकारी बनने के लिए यह दोनों ऑफर को ठुकरा दिया था.
Sanghpriya का माता पिता का नाम
संघप्रिय (Sanghpriya) का पिता का नाम जय कृष्ण (jai krishna) है. जो कानपूर देहात के झींझक सीएचसी में हेल्थ सुपरवाईजर हैं. वही इनकी माँ का नाम माधुरी (Madhuri) है. जोकि गृहिणी है. और वही इनका एक छोटा भाई अंकुर (Ankur) भी आईआईटी कानपुर से बीटेक कर रहा है. संघप्रिय (Sanghpriya) ने अपने इतने बड़े सफलता का श्रय अपने माता को दिया.