दोस्तों हमारे समाज में आज भी कई ऐसे लोग है जो किन्नर को अलग दृष्टि से देखते है. लेकिन अब समय बदल गया है लोग शिक्षित हो गए है यहाँ लोगों को जात-पात और गोरा-कला से उठकर देखना चाहिए और एक दुसरे को मदद करनी चाहिए. आज के खबर में एक किन्नर जज के बारे में है.

दरअसल हम बात कर रहे है जोइता मंडल जिन्होंने उन लोगों के मुंह पर कड़ा तमाचा मारा है जो कहते है की किन्नर धरती के बोझ है और वो कुछ नहीं कर सकते लेकिन जोइता मंडल ने अपनी मेहनत के बदौलत जज बनकर इस बात का एहसास करा दिया है की आपके शारीरिक बनाबट कुछ नहीं कर सकते अगर आपके इरादे मजबूत हो तो.

जोइता मंडल देश की पहली किन्नर जज बन गई है. और जोइता मंडल ने कहा है की अपने बहुत बुरे वक़्त भी देखे है एक समय ऐसा भी था. जब हम घर-घर जाकर बधाईया माँगा करते थे. और ऊपर से लोगों के ताना सुना करते थे रस्ते में जब हम चलते थे.

तो राह चलते लोग हमें अलग नज़र से देखते थे लेकिन उसके बाद भी हमने हिम्मत नहीं हारी और पूरी मेहनत और शिध्त के साथ हमने अपना पढाई कम्प्लीट किया और एक समय ऐसा आया की हम जज भी बन गए. उन्होंने अपने माध्यम से लोगों को एक सन्देश भी दिया है कहा है की चाहे मुसीबत कितनी भी आ जाए हमें घबराना नहीं चाहिए.

भारत की पहली जज है जोइयता मंडल
