दोस्तों देश के सबसे कठिन परीक्षा यूपीएससी की परीक्षा को माना जाता है और इस परीक्षा में जिसका भी रिजल्ट अच्छा आता है उसे डीएम एसपी जैसे बड़े रैंक पर बहाल किया जाता है. लेकिन हमारे देश की खूबसूरती यही है की एक राजा का बेटा भी पढ़-लिखकर अच्छे पद पर जा सकते अहि और गरीब का बेटा भी अच्छे से पढ़ लिखकर बढ़िया पद पर जा सकते है.

लेकिन अगर कोई गरीब घर के रहने वाले बच्चे अगर यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा में अच्छे रैंक हाशिल कर ले तो यह खबर पुरे देश के सुर्ख़ियों में आ जाती है और आये न क्यूँ क्यूंकि कम संसाधन होने के बाबजूद भी अपने मेहनत के दम पर वो मुकाम जो हाशिल करते है.

आज के इस खबर में हम बात करने वाले है कुछ ऐसे ही खबर के बारे में जी हाँ दोस्तों एक राजस्थान के बीकानेर जिले के रहने वाले एक छोटे से गाँव रासीसर के रहने वाले प्रेम सुख डेलू के बारे में दोस्तों आज के इस खबर में हमलोग जानेंगे प्रेम सुख डेलू के आईपीएस ऑफिसर बनने तक के सफ़र के बारे में….

प्रेम सुख डेलू का जन्म बहुत ही साधारण परिवार में हुआ था और इनके पिता ऊंट गाडी चलाते थे प्रेम सुख डेलू ने अपने बचपन की पढ़ाई गाँव के ही सरकारी स्कूल से कम्प्लीट किया बताया जाता अहि प्रेम सुख डेलू बचपन से ही पढाई के प्रति काफी सजग रहते थे.

प्रेम सुख डेलू साल 2015 वाले बैच में यूपीएससी का परीक्षा दिए थे और इनका ऑल इंडिया रैंक 170वीं आई थी और सबसे अहम बात यह थी की यह हिंदी मीडियम में अपने बैच में टॉपर थे. एक ऊंट चलाने वाले का बच्चा जब बना यूपीएससी टॉपर पुरे मुहल्ल्ला ख़ुशी से झूम उठी.

अपने माता-पिता के साथ प्रेम सुख डेलू
