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दोस्तों गरीबी एक ऐसी बिमारी है जिसका इलाज दवाई नहीं है. और न जाने हमारे देश में कितने परिवार इस बीमारी से ग्रषित है.लेकिन दोस्तों आज के इस खबर में हम बात करने वाले है प्रदीप सिंह के बारे उनकी जीवन भर के संघर्षों के बारे में चलिए जानते है यूपीएससी परीक्षा पास करने तक की कहानी के बारे में….

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दोस्तों आज के इस खबर में हम जिस शख्स के बारे में बात करने वाले है उनका नाम प्रदीप सिंह है वैसे तो वो बिहार के रहने वाले है. लेकिन वो पूरा परिवार बाद में चलकर मध्यप्रदेश के इंदौर में शिफ्ट हो गए. प्रदीप सिंह के बारे में बताया जाता है की वो पढ़ाई-लिखाई के मामले में बचपन से ही काफी तेज-तरार छात्र थे.

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लेकिन दोस्तों आपको बता दूँ की प्रदीप सिंह का बचपन काफी आर्थिक तंगी से होकर गुजरा है उनका जन्म बेहद साधारण परिवार में हुआ था. आप उनके गरीबी का इस बात से अंदाजा लगा सकते है की एक बार जब पढाई के लिए पैसे कम रहे थे तो प्रदीप के पिता ने अपने बेटे के लिए अपना घर तक बेच दिया.

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बाद में वो पेट्रोलपंप पर जॉब करने लगे जिससे उनका घर परिवार चलता था. दोस्तों प्रदीप सिंह बचपन की शिक्षा पूरा करने एक बाद उन्होंने अपने परिवार के सपने साकार करने के लिए यूपीएससी करने का फैसला लिया और पुरे भारत में यूपीएससी की परीक्षा में 93वां रैंक हाशिल किया.

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गरीब परिवार का लड़का पास किया यूपीएससी की परीक्षा बना अफसर

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आस-पड़ोस के लोगों ने माला पहनाकर प्रदीप का किया स्वागत

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अपने गाँव का पहला बेटा बना प्रदीप जो पास किया यूपीएससी की परीक्षा

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सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...