बच्चे ने अपने समझदारी के वजह से हजारों लोगों को जान बचा ली है. दरअसल यह घटना समस्तीपुर की है जहाँ समस्तीपुर-मुजफ्फरपुर रेलखंड पर शनिवार की सुबह हावड़ा से काठगोदाम जा रही बाघमती एक्सप्रेस दुर्घटना होने से बाल-बाल बच गई.

दरअसल रेल की टूटी पटरी देखने के बाद बच्चे ने अपना सूझ-बुझ का परिचय करते हुए लाल गमछा दिखाना शुरू किया और ट्रेन को रोक दिया. जिससे की बहुत बड़ा होने वाला रेल हादसा टल गया. यह ट्रेन शनिवार की सुबह 9.44 बजे समस्तीपुर स्टेशन पहुंची। वहीँ वहां से १० बजे आगे की ओर प्रस्थान की.

और समस्तीपुर स्टेशन से आगे बढ़ते ही कुछ ही दूर पास में ही एक गुमटी है जिसका नाम भोला टॉकीज गुमटी है. वहीँ पर कुछ बच्चे थे जिन्मने की मो. शकील का 12 वर्षीय पुत्र मो. शाहबाज रेल लाइन होकर अपने घर जा रहा था। अचानक उसका नज़र टूटी पटरी पर नजर पड़ी।

उसी समय उधर से ट्रेन भी आ रही थी उसने अपने गले में लपेटा रंगीन गमछा हिलाना शुरू कर दिया। और ट्रेन में बैठे चालक देखते ही देखते तुरंत में इमरजेंसी ब्रेक लगाया तब तक ट्रेन की तीन बोगी टूटी पटरी पार कर चुकी थी।

उसके बाद ट्रेन रुकने के बाद चालक नीचे उतरा और बच्चे से पूछा ट्रेन रुकवाने का कारण तो बच्चे ने चालक को टूटी पटरी के बारे में पूरी जानकारी दी और उसे दिखाया भी उसके बाद यह बात पुरे विभाग में दिया गया और तुरन वहां अधिकारी समेत कई लोग पंहुचे और पटरी को मरम्मत किया उसके बाद ट्रेन आगे बढ़ा इतने सब में ट्रेन को लगभग 45 मिनट का समय गवाना पड़ा |

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...