आज के समय में आपको बहुत कम संयुक्त परिवार देखने को मिलते होंगे सभी लोग सेल्फिश होते जा रहे है यूँ कहे तो कुछ ललोगों को छोरकर बाकी सभी लोग मतलबी होते जा रहे है सबको अपने से मतलब है सबको छोटा परिवार चाहिए किसी को दुसरे से कोई मतलब नहीं.

आप ने एक बात लगभग कई लोगों के मुंह से सुने होंगे की छोटा परिवार सुखी परिवार लेकिन आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसे परिवार के बारे में बताने वाले है जो कि है तो बहुत बड़ा और बहुत सुखी भी चलिए बिना देर किये जानते है उस परिवार के बारे में….

दरअसल हम जिस परिवार के बारे में बात कर रहे है वो 4 भाइयों का संयुक्त परिवार है इतना ही नहीं उस परिवार के सभी सदस्य का खाना भी एक चूल्हा पर एक साथ बनता है. और ये आज से नहीं बल्कि कई पीढ़ी से चल रही है. यह परिवार चित्तौड़ का सिकलिगर परिवार है, जिसमें कुल 38 सदस्य एक साथ रहते है.

सभी भाई के साथ बच्चे बच्चे में भी रहता है प्रेम बचपन से ही साथ रहने की दी जाती है संस्कार इस परिवार का बताना है की माँ के मंत्र पर चलती है पूरी फॅमिली परिवार में पिता की मृत्यु हो चुकी है जबकि दो बड़े भाई भी अब इस दुनिया में नहीं है.

परिवार के लोगों का कहना है की हमलोग कभी किसी का दिखावा नहीं करते है और अपने बच्चे को भी यही सिखाते है और बड़े के बातों को प्राथमिकता दी जाती है. कितनी भी बड़ी समस्या क्यूँ न हो उसे हम सभी बैठकर बातचीत करके आसानी से खत्म कर देते है.

और इस परिवार के लोगों का कहना है की हमलोग शिक्षा के प्रति हमारा परिवार बहुत जागरूक होता है शुरू से ही बच्चे पर अधिक ध्यान देते है लड़का हो या लड़की किसी से भेदभाव नहीं करते है. जिसे जहाँ पढना हो पूरी आजादी मिलती है मुसीबत के समय सबलोग एक दुसरे का सहयोग करते है. बाकी इस परिवार के बारे में आप क्या सोचते है हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं धन्यवाद!

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...