IAS Success Story: साथियों यूपीएससी की परीक्षा को बहुत ही कठिन परीक्षा माना जाता है. दोस्तों हर साल इन परीक्षा में लाखों की संख्या में लोग शामिल होते हैं. लेकिन कम ही लोग इन परीक्षा में सफल हो पाते है. ऐसे ही दोस्तों आज के इस खबर में उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर की रहने वाली एक महान आईएएस प्रतिभा वर्मा (IAS Pratibha Varma) के बारे में बताने जा रहे हैं. जिन्होंने यूपीएससी के परीक्षा में लगातार दो बार असफल होने से बार बार बीमार होने लगी, लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने अपनी मेहनत नहीं हारी और अपनी कड़ी मेहनत से पढ़ाई कर साल 2019 की यूपीएससी की परीक्षा के तीसरे प्रयास में सफलता हासिल कर आईएएस अफसर बन गई.
यह भी पढ़े – IAS Success Story: UPSC टॉपर आलोक कुमार ने बताया अपने IAS बनने के सफलता का राज
IAS Success Story: आईएएस प्रतिभा वर्मा (IAS Pratibha Varma) ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा की पढ़ाई उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से ही पूरी की एवं यूपी बोर्ड से ही दसवीं क्लास भी पास की. और वही के सीबीएससी बोर्ड से 12 वीं वर्ग भी पास की और उसके बाद उन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई करने के लिए दिल्ली चली गई. और वहीं से उन्होंने साल 2014 में आईआईटी दिल्ली से बीटेक करने के बाद प्रतिभा ने दिल्ली के एक मोबाइल कंपनी में 2 साल तक नौकरी भी कि. लेकिन इसी दौरान उनके मन में यूपीएससी की परीक्षा देने का खयाल आया जिसके चलते उन्होंने यह नौकरी छोड़कर यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी की शुरू कर दी. और साल 2019 के यूपीएससी के परीक्षा की तीसरे प्रयास में पूरे ऑल इंडिया में तीसरा स्थान हासिल कर आईएएस अफसर बन गई.
यह भी पढ़े – IAS Success Story: मोबाइल से पढ़कर बनी आईएएस अधिकारी UPSC की परीक्षा पास करने के बाद बताई कैसे की उन्होंने तैयारी
IAS Success Story: आईएएस प्रतिभा वर्मा (IAS Pratibha Varma) का जन्म उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में हुआ था. इनके पिता का नाम सुंवष वर्मा (Suvensh Varma) है. एवं उनकी माता का नाम उषा वर्मा (Usha Verma) है. दोस्तो आपको हम बता दें कि इनकी यह सफलता से उनके गांव के विधायक ने कहा कि उनकी इस उपलब्धि पर पूरे समाज को गर्व है. आईएएस प्रतिभा वर्मा ने अपनी इतनी बड़ी सफलता को पाने में बहुत संघर्ष किया था. जिसके चलते आज उनको इतना बड़ा मुकाम हासिल हुई है. हालांकि अभी वह वर्तमान समय में राजस्थान की राजधानी जयपुर के चौमू उपखंड कार्यालय में एसडीएम की पद पर कार्यरत है.
यह भी पढ़े – IAS Success Story: घर के काम-काज के साथ शुरू की UPSC की तैयारी सप्ताह में 2 दिन करती थी पढाई माँ ने कहा था कभी हार नही मानना बनी IAS