IAS Success Story: जिंदगी में कठिनाइयों से लड़कर अपने मुकाम को हाशिल करना ही संघर्ष कहलाता है. आज किस खबर में हम बात कर रहे है एक ऐसे ही आईएएस अधिकारी के बारे में जिनके लिए यूपीएससी का सफ़र उतना आसान नहीं था लेकिन इन्होने हार नहीं मानी और कठिनाइयों से लड़कर अपने गाँव की पहले आईएएस अधिकारी बनी.
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झारखण्ड के धनबाद जिले से आती है रैना जमील

IAS Success Story in hindi: दरअसल हम जिनके बारे में बात कर रहे है उनका नाम रैना जमील है रैना जमील का घर झारखण्ड है उनका जन्म साधारण परिवार में हुआ था. उन्होंने बचपन से ही यह ठान लिया था की उन्हें यूपीएससी की एग्जाम में बैठना है. इसकी तैयारी उन्होंने अपने गाँव से ही शुरू कर दी थी.
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परिवार के लोगों ने किया पूरा सपोर्ट

IAS Success Story raina jameel: रैना झारखण्ड के धनबाद जिले से आती है. रैना मैत्री तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद इन्होने इंटर की पढाई साइंस स्ट्रीम से पूरा किया. रैना जमील के परिवार के लोग उन्हें हमेशा सपोर्ट किया रैना बताती है की मेरे इस सफलता का पूरा श्रेय मेरे परिवार के लोगों को जाता है क्यूंकि जब जिस वक़्त जो चीज की जरूरी होती थी.मेरे फैमिली के लोगों ने पूरा किया इससे मुझे पढ़ाई करने में सहायता मिली यही वजह है की आज मैं यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हाशिल किया हूँ.
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गाँव से भी यूपीएससी में हाशिल कर सकते है सफलता

रैना बताती है की ये कोई जरूरी नहीं है की यूपीएससी की पढाई के लिए शहर और बड़े कोचिंग संसथान में ही जाना पड़े. अगर अभ्यार्थी चाहे तो गाँव में रहकर भी अच्छे से तैयारी कर सकते है हाँ भले ही गाँव में थोड़ा सुविधा का अभाव है लेकिन गाँव से सफलता हाशिल करना असंभव नहीं है.

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सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...