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IAS Success Story: दोस्तों यूपीएससी की परीक्षा भारत की सबसे सर्वश्रेष्ठ परीक्षा में से एक परीक्षा है और इस परीक्षा सफलता उन्ही लोगों को मिलता है जो पूरी मेहनत के साथ वर्षो तैयारी करते है इसमें सफलता पाना उतना आसान नहीं है इस परीक्षा को एक तपस्या के समान माना गया है.

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IAS Success Story in hindi: लेकिन दोस्तों आज के इस खबर में हम एक ऐसे अभ्यार्थी के बारे में बात कर रहे है जो ग्रेजुएशन में फेल कर गए थे. लेकिन उसके बाद इन्हें दोस्तों के द्वारा ताना भी सुनना पड़ा. लोगों ने कहा अब इससे कुछ नहीं हो सकता लेकिन ये फिर भी हार नहीं माने और अपने पढ़ाई पर ध्यान लगाये रहे.

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IAS Success Story anurag mul: जी हाँ दोस्तों हम जिस अभ्यार्थी के बारे में बात कर रहे है उनका नाम अनुराग मूल है अनुराग मूल का घर बिहार के कटिहार जिले में है. आपको बता दूँ की अनुराग ने कक्षा आठ तक के हिंदी मीडियम से पढाई की उसके बाद वो अंग्रेजी मीडियम में शिफ्ट हो गए.

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IAS Success Story anurag bihar: हिंदी मीडियम से अंग्रेजी मीडियम में जाने के बाद उन्हें काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा. भले वो मैट्रिक पास हो गए लेकिन इंटर और ग्रेजुएशन में वो सफलता हाशिल नहीं कर पाए ये समय उनके जीवन का काफी दुःख वाला समय था. चारो तरफ से उन्हें ताने सुनने पड़ते थे उनके पास कोई ऑप्शन बचा नहीं था. पढाई करके सबको मुन्ह्तोस जवाब देने के सिवाय.

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दोस्तों वो कहा जाता है न अगर आप मेहनत करते रहे तो आपको सफल होने से दुनिया की कोई ताकत रोक नहीं सकता अनुराग भले ही ग्रेजुएशन में फेल हो गए लेकिन उसके बाद उन्होंने मन लगाकर पढ़ाई की और इसका परिणाम उन्हें यूपीएससी के परीक्षा में आया जी हाँ दोस्तों अनुराग यूपीएससी के परीक्षा में पहली बार में जब वो सफल हुए तो उनको रैंक मिला 677 जिससे वो संतुष्ट नहीं थे.

IAS Success Story anurag mool ki kahani: उन्होंने तय किया फिर से परीक्षा देने का दूसरी बार जब वो परीक्षा दिए तो उन्हें पुरे भारत में 48वां रैंक मिला और वो आईएएस अधिकारी बने दोस्तों अनुराग जैसे लोगों से ये सिख लेनी चाहिए की अगर आपका समय खराब है तो लोग आपको मजाक उड़ायेंगे ही लेकिन अगर आप उनका जवाब अपने कामयावी से देते है तो ये आपके लिए किसी उपलब्धि से कम नहीं होगा.

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...