Kishor Kumar Rajak
Kishor Kumar Rajak

Kishor Kumar Rajak, DSP: दोस्तों आज के इस लेख में हम बात करने वाले है एक ऐसे शख्स के बारे में जिन्होंने अपने जीवन में खूब संघर्ष किया. तब उसके बाद उनके हाथ ये सफलता लगी जी हाँ दोस्तों हम जिसके बारे में बात कर रहे है उनका नाम किशोर कुमार रजक है.

Also read: पहली बार में नहीं मिली सफलता नहीं मानी हार महज दुसरे ही प्रयास में UPSC पास कर बनी IAS अधिकारी…

किशोर कुमार रजक(Kishor Kumar Rajak jivni) आज DSP (Deputy Superintendent of Police) है लेकिन उनके लिए ये सफ़र आसान नहीं था. लेकिनं उन्हें ने कभी भी अपने किस्मत को नहीं कोसा और लगातार मेहनत करते रहे और और एक दिन वो समय भी आ गया जब वो अफसर बन गए.

Also read: महज पहले प्रयास में ही सिर्फ 23 साल के उम्र में आईएएस बनकर बढ़ाई माता-पिता का मान-सम्मान, जानिये इनके संघर्ष की कहानी….

दोस्तों आज के उन युवाओं को Kishor Kumar Rajak(किशोर कुमार रजक की जीवनी) के बारे में जरूर जाननी चाहिए जो किस्मत के भरोसे रहते है और अपनी नाकामिया को छुपाने के लिए किस्मत को कोसते है. लेकिन किशोर कुमार ने वो कारनामा करके दिखाया है वो काबिले तारीफ़ हैं.

Also read: संघर्ष के दिनों में ब्यूटी पार्लर में करती थी काम नहीं छोड़ी पढाई UPSC परीक्षा पास कर बनी आईएएस अधिकारी

सबसे पहले आपको बता दूँ की किशोर कुमार रजक(Who Are Kishore Kumar Rajak) झारखण्ड के रहने वाले है उनका घर बोकारो जिले के बुड्ढीबिनोर गाँव के रहने वाले है. और उनका बचपन का जीवन काफी संघर्ष भरा रहा दोस्तों इनकी आर्थिक स्थिति उतनी अच्छी नहीं थी. उन्हें दो वक़्त की रोटी नहीं मिलती थी इसके कारण उन्हें उन्हें अपना पेट पालने के लिए बकरी चराना पड़ता था. इतना नहीं वो दुसरे के यहाँ मजदूरी भी करते थे.

एक समय किशोर कुमार रजक(Kishor Kumar Rajak ka ghar) के जिंदगी में ऐसा भी था जब उन्हें ईट के भठ्ठे पर मजदूरी करना पड़ता था. लेकिन किशोर कुमार रजक कभी भी अपने किस्मत को नहीं कोसा और मेहनत किया और पूरी लगन के साथ पढाई किया और आखिर में उन्हें सफलता भी मिली. आज के समय के युवाओं के लिए किसी प्रेरणा(Motivational Story)से कम नहीं है किशोर कुमार रजक

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...