दोस्तों सिविल सर्विस की परीक्षा पास कर जाना किसी बच्चे का खेल नहीं है इस परीक्षा में इस परीक्षा में एक से एक टैलेंटेड बच्चे बैठते है और अपना किस्मत अजमाते है लेकिन सफलता सिर्फ उन्ही को मिलता है जो महीनों पहले से इसका जी-जान लगाकर तैयारी करते है.
दोस्तों आज के अधिकतर युवाओं का सपना होता है की वो पढ़-लिखकर यूपीएससी की परीक्षा पास करें और आईएएस आईपीएस बने. आज के इस खबर में हम बात करने वाले है एक ऐसे ही शख्स के बारे में जिनका बचपन आर्थिक तंगी से गुजरा लेकिन वो अपने मेहनत के बदौलत आईएएस अधिकारी बने.
जी हाँ दोस्तों दरअसल हम जिसके बारे में बात कर रहे अहि उनका नाम हिमांशु गुप्ता है और हिमांशु गुप्ता उतराखंड के रहने वाले है. दोस्तों आईएएस या आईपीएस बनने का सपना देखना जितना आसान है उतना उसे करके दिखाना उतना ही मुश्किल है.
दोस्तों हिमाशु गुप्ता का जन्म बेहद साधारण परिवार में हुआ था. और हिमांशु गुप्ता के पिता जी की आर्थिक स्थिति उतनी अच्छी नहीं थी वो चाय के दूकान चलाते थे. जब हिमांशु कुछ समय बाद बड़े हुए तो वो अपने पिता के कामों में हाथ बटाने लगे और अपने पिता की चाय दुकान को भी सँभालने लगे.
लेकिन हिमाशु बचपन से ही पढने में काफी अच्छे स्टूडेंट थे और उनका सपना था की वो बड़े होकर आईएएस अधिकारी बने आखिरकार उनके जीवन में एक समय ऐसा आ h गे जब वो देश के सबसे बड़े एग्जाम यूपीएससी में सफलता हाशिल किया. दोस्तों हिमांशु के जीवन में एक समय ऐसा भी था जब हिमांशु अपने घर से 70 किलोमीटर दूर जाकर शहर में पढाई करते थे.
मुश्किलों से नहीं माने हार बने आईएएस ऑफिसर
हिमांशु अपने पिता के चाय के दुकान पर भी करते थे काम आज है आईएएस
हिमांशु का बचपन आर्थिक तंगी से गुजरा