दोस्तों यूपीएससी की परीक्षा किस तरह से होती है ये बात किसी से छुपा हुआ नहीं है. यूपीएससी की परीक्षा पास कर अभ्यार्थी पुरे देश में अपना परचम लहराते है और आईएएस आईपीएस बनते है. दोस्तों यूपीएससी की परीक्षा को देश का सबसे कड़ा एवं कठिन परीक्षा माना गया है.
और इस परीक्षा में देश के कोने-कोने से अभ्यार्थी भाग लेते है सफलता उन्ही को मिलता है जो पूरी मेहनत से और महीनों पहले से इस परीक्षा की तैयारी करते है. दोस्तों आज के इस खबर में हम के ऐसे अभ्यार्थी के बारे में बात करने वाले है जिनकी आँखों की रौशनी बचपन में ही चली गई उसके बाद उन्होंने कैसे तय किया यूपीएससी तक का सफर इसके बारे में जानेंगे….
दोस्तों सबसे पहले आपको बता दूँ की हम जिसके बारे में बात कर रहे है उनका नाम प्रांजल पाटिल है और वो महाराष्ट्र से उल्लास नगर की रहने वाली है. दोस्तों उनका जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था लेकिन उनके साथ एक हादसा हुआ और बचपन में ही उनका आँखों की रौशनी खत्म हो गयी.
दोस्तों आँखों की रौशनी जाने की वजह जानकार भी आप हैरान हो जायेंगे जी हाँ आपको बता दूँ की बताया जाता अहि की प्रांजल पाटिल की आँखों की रौशनी बचपन में आँखों में पेंसिल लग जाने से हो गया. लेकिन उसके ही कुछ दिनों बाद उनकी दुसरे वाले आँखों की रौशनी भी चली गई और इनके ऊपर दुखो का सैलाब आ गया.
लेकिन प्रांजल हार नहीं मानी और मेहनत करती रही दोस्तों यु कहे तो बिना आखों की यह दुनिया पूरा अँधेरा दीखता अहि या कैसा दीखता है ये सिर्फ वही लोग जान सकता है जिनके ऊपर ये बिता हो. लेकिन ऐसे प्रस्थिति के सामने भी डटकर मुकाबला करें तो ऐसे लोगों नको सफलता मिलने से कोई रोक नहीं सकता.
दोस्तों प्रांजल के बारे में बताया जाता है की प्रांजल पढने में बचपन से ही काफी तेज-तरार छात्रा थी. प्रांजल की पढाई कोई साधारण नहीं था प्रांजल एक स्पेशल सॉफ्टवेयर की मदद से पढाई की थी. दोस्तों आपको बता दूँ की वो सॉफ्टवेयर से नेत्रहीन लोग आसानी से पढाई कर पाते है.
और बचपन की पढाई पूरी करने के बाद प्रांजल ने पर्ण लिया की हमें आगे चलकर यूपीएससी में सफलता हाशिल करना है और वो यूपीएससी को अपना लक्ष्य बनाई और देश की सबसे कठिन परीक्षा यूपीएससी में 124वां रैंक लाकर सफलता हाशिल की और बन गई देश की पहली नेत्रहीन आईएएस ऑफिसर.
आँख की रौशनी खत्म होने के बाद भी नहीं मानी हार
अगर आपके हौसले बुलंद हो तो मुसीबतें आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकती इसका उदाहरण प्रांजल पाटिल है.
देश की पहली नेत्रहीन आईएएस ऑफिसर है प्रांजल पाटिल