पढ़-लिखकर अच्छे पोस्ट पर जाना अधिकारी बनना आज के हर युवाओं का सपना होता है. और देश के सबसे ऊँचा पोस्ट माना जाता है आईएएस और आईपीएस को जो की सिविल सर्विस की परीक्षा देने से लोग हाशिल कर पाते है इसके लिए कई लाख अभ्यार्थी इसका तैयारी करते है.

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दरअसल आज के इस कहानी किस शुरुआत करने से पहले हम आपको बता दूँ की हम जिसके बारे में बात आकर रहे है उनका नाम डोगरे रेवी है और वो तेलंगाना के रहने वाले हैं उन्होंने महज बहुत छोटी उम्र में अपने पिता को खो दिया जिसके बाद उनके जीवन में सिर्फ उनकी माँ बची.

पिता के जाने के बाद उनके घर की आर्थिक हालात पूरी तरह खराब हो गई. जैसे तैसे उन्होंने अपना दसवां तक का पढाई पूरा किया. उसके बाद वो इंजीनियरिंग की तैयारी में जुट गए हलांकि उन्हें पहली बार में सफलता नहीं मिली लेकिन वो हार नहीं माने और लगातार मेहनत करते रहे.

वो कहा जाता है न की सफलता एक दिन में नहीं मिलती है लेकिन एक दिन जरूर मिलती है. और आखिरकार उन्हें भी साल २०२२ में आईएएस की एग्जाम में सफलता मिली और वो अधिकारी बनने में सफल हुए उनके लिए यह संघर्ष उतना आसान नहीं था. भले लाख जिंदगी में कष्ट आये लेकिन वो कभी हार नहीं माने और उनकी माँ हमेशा उनकी मदद किया.

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...