दोस्तो आईएएस अफसर बनना इतना आसान बात नहीं है क्योंकि आईएएस बनने के लिए देश के सबसे कठिन परीक्षा यूपीएससी की परीक्षा पास करना होता है तभी जाकर आईएएस और आईपीएस बनता है. ऐसे ही आईएएस बनने की सपना था एक झारखंड राज्य के जमशेदपुर की रहने वाली सलोनी वर्मा की जिन्होंने बिना कोचिंग की पढ़ाई करते हुए सलोनी ने यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी.
सलोनी वर्मा को पहली बार यूपीएससी की परीक्षा में सफलता नहीं मिली फिर भी वह अपनी हिम्मत नहीं हारी और अपनी कड़ी मेहनत के साथ यूपीएससी की परीक्षा की दूसरी ही प्रयास में सफलता हासिल कर ली और आईएएस अफसर बन गई.
आईएस सलोनी वर्मा का कहना है कि यूपीएससी की तैयारी करने के लिए आपको पांच बातों पर विशेष ध्यान रखनी चाहिए सबसे पहले सिलेबस को अच्छी तरह से देख लेना चाहिए और अगर संभव हो तो उसे याद कर लेना चाहिए एवं दूसरी बात यह है कि ऑप्शन को बेहद सोच समझकर चुनना चाहिए.
और उसकी तीसरी बात यह है कि ज्यादा से ज्यादा खुद का स्टडी मैटेरियल तैयारी करनी चाहिए और उसकी चौथी बात बेहतर टाइम टेबल बनाना चाहिए जिसमें आप खुद से पढ़ सकती हो और उनकी पांचवी बात यह थी कि अपनी तैयारी का रिवीजन करते रहे और यह सभी चीजें उन्होंने करके यूपीएससी की परीक्षा साल 2020 में उन्होंने ऑल इंडिया में 70 वी रैंक हासिल करके आईएएस अफसर बन गई.
आईएस सलोनी वर्मा का जन्म झारखंड राज्य के जमशेदपुर शहर में हुआ था उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा झारखंड से ही पूरी की उसके बाद वह दिल्ली चली गई और वही से ग्रेजुएशन करने के बाद यूपीएससी की तैयारी करने लगे.
और यूपीएससी के पहले प्रयास में सफलता नहीं मिलने के बावजूद भी वह हार नहीं मानी और अपनी कड़ी मेहनत के साथ यूपीएससी की परीक्षा के दूसरे प्रयास में सफलता हासिल कर आईएएस अफसर बन गई.
अपने गाँव की पहली आईएएस ऑफिसर है सलोनी वर्मा
सलोनी वर्मा को पुरे देश में आया 70वां रैंक