दोस्तों अगर आपके अन्दर कुछ करने का जज्बा है तो सफलता को पाने से आपको दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकता है. दोस्तों अगर आपका मार्गदर्शन सही है तो आपको सफलता जरूर मिलेगी चाहे राह में कितने भी संकट क्यूँ न आ जाएँ मंजिल जरूर मिलेगी.

दरअसल आज के इस खबर में हम बात करने वाले है गाँव के एक ऐसे गरीब लड़के के बारे में जिसने अपनी जीवन में बहुत संघर्ष किया है. दोस्तों हम जिस शख्स के बारे में बात कर रहे है उनका नाम अंशुमान राज अंशुमान राज का जन्म बेहद साधारण परिवार में हुआ था.

दोस्तों अंशुमान राज का घर बिहार के बक्सर जिले में है और उनके ब्लाक का नाम नावनगर है दोस्तों उन्होंने अपने बचपन की पढाई गाँव के ही स्कूल से की मैट्रिक तक पढाई करने के बाद वो झारखण्ड चले गए दोस्तों बिहार देश के पिछड़ा हुआ राज्य है और इस राज्य में आज से कुछ साल पहले लाइट की काफी समस्या थी.

लेकिन अंशुमान अपने पढाई लालटेन से करते थे क्यूंकि कुछ दिनों पहले बिहार में बिजली की वयवस्था चरम सीमा पर थी. दोस्तों अंशुमान का शुरू से ही सपना था की वह पढ़-लिखकर आईएएस अधिकारी बने इसलिए उन्होंने इंटर के बाद ही इसका तैयारी करना शुरू कर दिया था.

और कहते है न की मेहनत करने वाले की कभी हार नहीं होती कुछ ऐसा ही अंशुमान के साथ हुआ और देश के सबसे बड़े लेवल की एग्जाम यूपीएससी में चौथा स्थान हाशिल करके अंशुमान सबको चौका दिया.
