अगर आपसे कोई पूछे की देश के सबसे कठिन परीक्षा कौन सी है तो शायद आप भी इस बात से इनकार नहीं कर पायेंगे की यूपीएससी को भारत का सबसे कड़ा एवं कठिन परीक्षा के श्रेणी में गिना जाता है. जहाँ अगर 500 अव 1000 सीट की vacancy आती है वहां कमसे कम 10 लाख से अधिक अभ्यर्थी फॉर्म अप्लाई करते है.

दोस्तों आज के इस खबर में हम बात करने वाले है एक ऐसे अभ्यार्थी के बारे में जिन्होंने अपने जीवन में ढेर सारा संघर्ष किया और घर का काम काज करते हुए आखिर में भारत का सबसे बड़े लेवल की परीक्षा यूपीएससी में भी बाज़ी मारी और उसने अपने माता-पिता सहित पुरे समाज का नाम रौशन किया.

दोस्तों दरअसल हम बात कर रहे है आईएस ऑफिसर रेनू राज के बारे में रेनू राज केरल के कोट्टायम के रहने वाली हुई इनका जन्म बेहद साधारण परिवार में हुआ था वहीँ इनके साथ-साथ इनके माता जी का भी सपना था की मेरी बेटी आईएस अधिकारी बने.

दोस्तों रेनू का कहना है की यदि हम डॉक्टर बनते तो बहुत से बहुत महीने भर में 200 से 500 लोगों के समस्या का हल कर पाते लेकिन हम आईएस अधिकारी बने है तो हमारे एक फैसले से हजारों जनता की एक बार में समस्या का समाधान होगा. और रेनुस राज आगे बतलाती है की जीवन में कितनी भी परेशानी क्यूँ न हो घबराना नहीं चाहिए क्यूंकि जब आप परेशानी से घबराएंगे तो और परेशानी बढ़ेगी ही लेकिन अगर आप उसका डटकर मुकाबला करेंगे तो उसका हल निकलकर सामने आएगा.
