माँ ने कहा था, बेटा ! चाहे कुछ भी हो जाए कभी हिम्मत मत हारना, मुकुंद मात्र 22 साल की उम्र में बने आईएस किया अपनी माँ के सपना को पूरा

दोस्तों इस दुनिया में माता-पिता ही वो शख्स है जो अपने बच्चे के बारे में खुद से बेहतर चाहते है मतलब दुनिया के हर माता-पिता सोचते है की हमारे बच्चे हमसे भी बेहतर कार्य करे और समाज को आगे बढाने में अपनी अहम भूमिका निभाये दोस्तों आज के इस खबर में जानेंगे की अकिसे एक बेटा ने अपनी माँ के सपना को आईएस बनकर पूरा किया चलिए जानते है….

Image Credit – Twitter

दोस्तों हम जिस शख्स के बारे में बात कर रहे है उसका नाम मुकुंद ठाकुर है और वो बिहार के मधुबनी जिले के एक छोटे से गाँव से आते है मुकुंद का जन्म बेहद साधारण परिवार में हुआ था मुकुंद का बचपन अपने गाँव में ही बिता मुकुंद के पिताजी किसान थे.

Image Credit – Twitter

और मुकुंद अपने बचपन की पढ़ाई पूरी करने के बाद देश की राजधानी दिल्ली चले आये जहाँ आकर उन्होंने इंग्लिश से अपनी लिटरेचर की डिग्री प्राप्त किया. मुकुंद का सपना बचपन से ही आईएस बनने का था खासकर उनकी माँ का सपना था की मेरा बेटा पढ़-लिखकर अच्छे पद पर जाए.

Image Credit – Twitter

लेकिन मुकुंद ने भी अपनीमाँ की बात मानी और देश के सबसे टफ एग्जाम यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी मुकुंद के मन में सिर्फ एक ही बात की माँ ने कहा है आईएस बनना है और मुकुंद ने जो ठाना वो करके दिखा दिया यूपीएससी की परीक्षा में 54वीं रंक पुरे इंडिया में लाया.

Image Credit – Twitter

मुकुंद के इस सफलते से पुरे परिवार के लोग काफी खुश है खासकर उनकी माँ का सपना साकार हुआ हमें गर्व है मुकुंद जैसे बेटे पर जो अपने माँ के सपने साकार करने के लिए दिन रात एक कर देते है.

Image Credit – Twitter