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Namami Bansal – बर्तन दुकानदार की बेटी बनी आईएस ऑफिसर बिना किसी ट्यूशन कोचिंग के माता-पिता के ख़ुशी में झूम उठे!

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अगर आपके अन्दर हौसला है कुछ कर दिखाने की तो असंभव भी संभव हो जाता है. आज के खबर में कुछ ऐसे ही बात आपको बताने जा रहे है दरअसल हम बात करने वाले है एक बर्तन दूकानदार की बेटी के बारे में जो अपनी मेहनत के बदौलत कम संसाधन में भी आज सफलता हाशिल की है.

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दोस्तों भारत के सबसे कठिन एग्जाम में से एक एग्जाम यूपीएससी परीक्षा को माना जाता है और अगर उस परीक्षा में कोई गरीब का बेटा या बेटी अच्छे अंक से पास कर जाती है तो वह चर्चा का विषय बन जाता है.चलिए जानते है नमामि बंसल (Namami Bansal) के बारे में….

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दोस्तों दरअसल हम बात कर रहे है नमामि बंसल (Namami Bansal) के बारे में नमामि बंसल (Namami Bansal) आज के उन युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा बन गई है जो कहते है की बिना बड़े कोचिंग संस्थान में पढाई किये यूपीएससी जैसे परीक्षा में सफलता नहीं मिल सकती है.

दोस्तों नमामि बंसल (Namami Bansal) उतराखंड के ऋषिकेश से आती है और उनके पिता का नाम राजकुमार बंसल है जो की एक मामूली बर्तन दुकानदार है. आपको बता दूँ की नमामि बंसल (Namami Bansal) की पिता राजकुमार बंसल की बर्तन की दूकान उनके घर के ही पास में है.

नमामि बंसल (Namami Bansal) ने अपने बचपन की शिक्षा अपने गाँव के ही सरकारी स्कूल से प्राप्त की नमामि बंसल (Namami Bansal) के बारे में बताया जाता है की नमामि बंसल (Namami Bansal) बचपन से ही पढ़ने-लिखने में काफी तेज-तरार छात्रा थी. और मैट्रिक और इंटर दोनों में 90% से अधिक अंक प्राप्त की.

मैट्रिक इंटर अच्छे अंक से पास होने के बाद नमामि बंसल (Namami Bansal) स्नातक में दाखिला ली आपको बता दूँ की नमामि बंसल (Namami Bansal) ने अर्थ शाश्त्र से अपना ग्रेजुएशन कम्प्लीट किया. और उसके बाद उन्होंने आईएस का भी एग्जाम क्वालीफाई किया जिसके बाद उन्हें बधाई देने वाले लोगों की तांता लग गई.

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