” बेटी ! तुम्हें आईएएस बनना है, बेटी तुम खूब मेहनत से पढना, मै तुम्हे बता देना चाहता हूँ जो लोग लगन और मेहनत से पढ़ते है उन्हें सफलता जरुर मिलती है | मेरा आशीर्वाद सदैव तुम्हारे साथ रहेगा ” और मिन्नू के पिता इस दुनिया को अलविदा कह दिए | मिन्नू महज इंटरमीडिएट में पढ़ती थी की उसके सर से बाप का साया उठ गया | मिन्नू के दिमाग पर बहुत गहरा असर पड़ा था |
बिना पिता के जिंदगी गुजारना आसान नहीं लग रहा था | मिन्नू के पिता पुलिस में नौकरी करते थे | इसी कारणवस अनुकम्पा के आधार पर मिन्नू को भी पुलिस नौकरी लग गई थी | मिन्नू पुलिस में क्लर्क की पोस्ट पर कार्यरत हो गई | लेकिन मिन्नू के दिलों दिमाग में हमेशा पापा के द्वारा बोली गयी बाते कौंधती रहती थी | “मिन्नू तुम्हे आईएएस बनना है ” |
आईएएस बनने के उद्येश्य से ही क्लर्क की नौकरी करते हुई उसने UPSC की तैयारी शुरू कर दी | नौकरी से जब भी छुट्टी मिलती वो अपना सारा वक्त UPSC की तैयारी में लगा देती | एक साक्षात्कार में उन्होंने बताया की पूर्व डीजीपी लोकनाथ बेहरा ने अच्छा मार्गदर्शन दिया | वह बताते थे कि छुट्टियों के दिन में कैसे परीक्षा की तैयारी करनी है | छुट्टियों के समय का एक मिनट भी व्यर्थ में नहीं गवाना चाहिए | सारा ध्यान पढाई पर देनी चाहिए |
आगे मिन्नू बताती है की मै पुलिस मुख्यालय में नौकरी करती थी | वह कई IAS IPS आते-जाते रहते थे | उन्हें देख कर मुझे भी IAS बनने का मन करता | सोचती कभी मै भी इसी तरह एक प्रशासनिक अधिकारी के तरह रहूँ | फिर मैंने ने तैयारी करना शुरू किया | खूब मेहनत से मै सफल हुई |
मिन्नू ने केरल पुलिस की नौकरी को साल 2013 में शुरू कर दिया था | फिर उन्होंने साल 2015 में तैयारी करना शुरू कर दिया था | UPSC परीक्षा के पहले एटेम्पट में वो मात्र 13 अंकों से चुक गई थी , लेकिन, दूसरी बार उन्हें सफलता मिल गई है | सिविल सर्विस 2020 का रिजल्ट आया, जिसमें मिन्नू ने भी क्वालिफाई कर लिया था . उनका 150वां रैंक आया था |