हम बात कर रहे हैं गोविंद नामक शख्स की गोविंद आईएएस बनकर अपने पिता की सपनों को साकार किया जबकि उसके पिता ने भी खूब मेहनत करो रिक्शा चला कर दूसरे के घर काम कर बहुत कड़ी से कड़ी मेहनत कर अपने बच्चे के लिए अपना सारा जीवन उसी में व्याप्त कर दिया और आखिरकार गोविंद ने अपने पिता की आईएस बनकर सीना चौरा किया |