अभी के समय में वृधा आश्रम में भीड़ लगना ये साफ-साफ़ दर्शाता है की माँ और बेटे के रिश्ते में दरारे आ रही है | आज हम आपको एक ऐसी घटना से रूबरू करने जा रहे है हिसे देख कर आपका दिल दहल जाएगा | इंसानियत अभी भी जिन्दा है | कुछ ही लोग है जो हमारे संस्कृति को गलत करते है | ये ज़रूरी नहीं कि खून के रिश्ते ही निभाए जाते हैं, कुछ लोग इंसानियत के नाते बेनाम रिश्ते भी इस क़दर निभाते हैं, की उनका निश्छल प्रेम सबके लिए सीख का सबक बन जाता है। आईये जानते है एकानुठे रिश्ते के बारे में जो एक 89 वर्षीय महिला और पोलके कर्मी के बीच में है |