भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शनिवार को ओलंपिक गोल्ड मेडल विजेता नीरज चोपड़ा को एक करोड़ रुपए के नकद पुरस्कार की घोषणा की। 2008 में अभिनव बिंद्रा के बाद आर्मी के जवान नीरज ने टोक्यो ओलंपिक में पुरुषों की भाला फेंक क्षेत्र में अपना दबदबा बनाया और खेलों में भारत के पहले व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता बने। और कल जर्मनी में इन्होने इतिहास रच दिए अब इनकी चारो तरफ प्रंससा हो रही है प्रधान मंत्री मोदी से लेकर बहुत बड़े बड़े लोग सरे फ़िल्मी अभिनेता इनको बधाई देने सेपीछे नहींहटे

इसके अलावा मेडल जीतने वाले 6 खिलाड़ी भी मालामाल हुए हैं। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने रजत पदक विजेता मीराबाई चानी और रवि कुमार दहिया के लिए 50-50 लाख रुपए और कांस्य पदक विजेता पीवी सिंधु, लवलीना बोरगोहेन और बजरंग पुनिया के लिए 25-25 लाख रुपए की घोषणा की।

बोर्ड ने पुरुषों की हॉकी टीम को 1.25 करोड़ रुपएके नकद इनाम की भी घोषणा की, जिसने कांस्य जीतकर 41 साल में खेल में भारत का पहला ओलंपिक पदक जीता। और उसके बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री जी ने 2 करोड़ नकद राशी और क्लास १ की जॉब देने की घोसना की है.

देश ने जीते 6 मेडल शनिवार को, नीरज चोपड़ा के स्वर्ण ने ओलंपिक में भारत के रिकॉर्ड सात पदकों को रिकॉर्ड किया। भारत का पिछला सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन लंदन 2012 में आया था जब देश ने 6 पदक जीते थे। अपने ऐतिहासिक कारनामे के बाद नीरज ने मीडिया से कहा कि वह स्वर्ण पदक के बारे में नहीं सोच रहे हैं और भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल में कुछ खास करना चाहते थे।

नीरज ने मीडिया से कहा, “मैंने स्वर्ण पदक के बारे में नहीं सोचा था। आज कुछ अलग करना था। मैं ओलंपिक रिकॉर्ड तोड़ना चाहता था और इस वजह से इसे पूरा करना चाहता था।” नीरज ने अपना स्वर्ण पदक मिल्खा सिंह को भी समर्पित किया और कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से इस पदक के साथ महान धावक से मिलना चाहते थे। उन्होंने स्वर्ण पदक पीटी उषा और अन्य भारतीय एथलीटों को भी समर्पित किया जो ओलंपिक पदक जीतने के करीब आए थे।

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नीरज को दो करोड़ देने का ऐलान किया तो आनंद महिंद्रा ने भी गाड़ी देने की घोषणा की। महिंद्रा ने कहा कि गोल्डन एथलीट को एक्सयूवी 700 उपहार में देना मेरा सौभाग्य और सम्मान होगा।

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...