Amas-Darbhanga Expressway: दरभंगा जिला को अब कभी नहीं फसना पड़ेगा जाम में. जी हाँ दोस्तों आपको बता दे की बिहार के द्वारा दरभंगा जिला में 1868.87 करोड़ रुपये से आमस दरभंगा – एक्सप्रेसवे का किया जा रहा है. निर्माण दरभंगा जिले में इस परियोजनाओं के पूरे होने से दरभंगा जिले के लाखों लोगों को इस एक्सप्रेसवे का सीधा तौर पर मिलेगा लाभ. ऐसा ही एक शानदार एक्सप्रेसवे बिहार के समसितपुर जिलें से होकर एक और एक्सप्रेसवे गुजर रही है. यह पटना पूर्णिया एक्सप्रेसवे है. लेटेस्ट अपडेट के अनुसार यह पटना पूर्णिया एक्सप्रेसवे 6 लेन का बनेगा और इसमें 12,600 करोड़ का लागत आएगा. इन जिलों में इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से केवल यात्राएं ही आसान नहीं होंगी बल्कि दरभंगा जिले के व्यापार, शिक्षा, चिकित्सा और आपातकालीन सेवाओं में भी समय की बचत और सुगमता आएगी.
यह योजना दरभंगा के शहरी ढांचे के कायाकल्प की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी. आपको बता दे बुधवार को आमस दरभंगा – एक्सप्रेसवे के निर्माण को लेकर राजधानी पटना में एक अहम बैठक आयोजित हुई जिसमें राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी, पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह, बिहार राज्य पथ निर्माण निगम के एमडी शीर्षत कपिल समेत कई वरीय अधिकारी मौजूद रहे. बैठक का उद्देश्य था आमस दरभंगा – एक्सप्रेसवे में निर्माणाधीन आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज) और एलिवेटेड कॉरिडोर परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा और निर्माण को गति देना.
बैठक में यह तय किया गया कि दरभंगा रेलवे स्टेशन से आमस-दरभंगा एक्सप्रेसवे (वाया दोनार चौक, कर्पूरी चौक) और कर्पूरी चौक से एकमी चौक (वाया लहेरियासराय टावर, लोहिया चौक) तक की सड़क का अपग्रेडेशन किया जाएगा. इस रूट पर एलिवेटेड कॉरिडोर भी बनाया जाएगा. जिससे आवाजाही आसान और तेज़ होगी. निविदा प्रक्रिया शीघ्र ही पूरी कर इसका निर्माण कार्य भी जल्द शुरू कर दिया जायेगा. राजस्व मंत्री संजय सरावगी ने बताया कि इस परियोजना में 1868.87 करोड़ रुपये की टोटल खर्च करनी है जिसकी स्वीकृत भी बिहार कैबिनेट के द्वारा मिल चुकी है.
बैठक में दोनार रेलवे ओवर ब्रिज (ROB) को लेकर विशेष चर्चा हुई. मंत्री सरावगी ने बताया कि इस आरओबी के निर्माण बहुत जल्द ही किया जायेगा. क्योकिं यह आरओबी दरभंगा के सबसे व्यस्त क्षेत्रों में से एक है. जहां हर दिन ट्रैफिक की भीषण समस्या देखी जाती है. इसके आलावा मीटिंग के बैठक में दिल्ली मोड़, पंडासराय, चट्टी चौक और कंगवा गुमटी के दोनों ओर बन रहे आरओबी की स्थिति की भी विस्तार से समीक्षा की गई. सरावगी ने स्पष्ट किया कि ये सभी आरओबी परियोजनाएं दरभंगा की बहुप्रतीक्षित मांगों में से एक रही हैं. और इनका निर्माण शहर को ट्रैफिक मुक्त बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम साबित होगा.