AddText 07 23 10.09.11

एक चूहे ने मनुष्यों की रक्षा की और अब वह अपनी सेवा से निवृत्त हुआ है। हम बात कर रहे हैं अफ्रीकी नस्ल के मगावा (Magawa Rat)नामक चूहे की। पिछले 5 वर्षों में मगावा चूहे ने कंबोडिया में लगभग 99 बा रूदी सुरंगों को खोजा और हजारों व्यक्तियों की जान बचाई जा सकी।

Also read: IAS Success Story: Gautam Improved His Weaknesses and Passed the UPSC Exam in His Second Attempt, Discover His Secret to Success

यह मगावा चूहा (Magawa Rat) अपनी बहादुरी के लिए सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। आपको बता दें कि मगावा चूहे की सूंघने की क्षमता इतनी तेज़ है कि यह बारूदी सुरंगों का पता लगाने में प्रयोग में लाई जाने वाली कई महंगी मशीनों को भी पछाड़ दे। यही वज़ह है कि इस चूहे को आधिकारिक रक्षा दल में सम्मिलित किया गया था। अब तक यह चूहा करीब एक सैकड़ा बा रूदी सुरंग को खोज चुका है।

Also read: Meet IAS Officer Abhishek Saraf Abhishek was successful in all three attempts but did not stop until he got the post of IAS.

मगावा का वज़न 1.2 किलो है, इसलिए बा रूदी सुरंगों के ऊपर चलने पर भी वि स्फोट नहीं होता है। इसे इतनी अच्छी ट्रेनिंग दी गई है कि यह केवल 30 मिनट में एक टेनिस के बराबर एरिया को सूंघकर जांच कर सकता है, जबकि आम इंसान को बम डिटेक्टर की सहायता से यह कार्य करने में करीब 4 दिन लग जाते हैं।

Also read: Meet IAS Officer Chahat Bajpai She Didn’t Accept Defeat After Two Failures, Succeeded in UPSC Exam on Her Third Attempt With Determination.

मगावा नामक इस चूहे कि आयु 7 वर्ष है। इसे खासतौर पर कंबोडिया में बा रूदी सुरंगों को खोजने हेतु ट्रेनिंग दी गयी थी और मगावा ने सौंपा गया यह कार्य सफलतापूर्वक संपन्न किया। उसने बा रूदी सुरंगों का तो पता लगाया, साथ ही बहुत से ज़िंदा वि स्फो टकों को भी खोजा। जिस संगठन ने मगावा को ट्रेनिंग दी, उसका नाम APOPO है।

Also read: Meet IAS Officer Mani Agarwal Mani’s Unique Strategy for Cracking UPSC Exam in Second Attempt: A Detailed Insight

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...