AddText 03 29 09.14.10

प्रतिभा किसी पहचान की मोहताज नही होती, दिल में जज्बा हो तो कठिन कार्य भी आसान हो जाता है। इसे सच कर दिखाया ऑटो चलाने वाली की बेटी कल्पना कुमारी ने।

इंटरमीडिएट विज्ञान संकाय की परीक्षा में पूरे सूबे में टॉप फोर में जगह बनाकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। 

रक्सौल के आरआर साह कॉलेज की छात्रा कल्पना ने बताया कि मेरी साइंस पढ़ने की चाहत को देखकर पिता ने मुझे मोतिहारी भेजा, परंतु कोरोना के कारण लॉकडाउन लग गया। उसके बाद पढ़ाई बाधित होते दिखा। परंतु ऑनलाइन पढ़ाई की शुरुआत हुई

और उससे ही काफी मदद मिली। इसके बाद से मैं परीक्षा की तैयारी में जुट गई। फिर उसके बाद कुछ सामान्य स्थिति होने पर ऑफलाइन पढ़ाई शुरू हुई और ऑनलाइन भी जारी रही।

मेरी मेहनत का फल आज मुझे मिल गया। बकौल कल्पना, मैं आगे की पढ़ाई दिल्ली में रहकर करना चाहती हूं। ताकि एक तरफ स्नातक कर सके। साथ ही सिविल सर्विसेज की तैयारी कर आईएएस या आएपीएस बन सकूं।

वहीं बेटी की सफलता पर पिता अनिल पड़ित व माता कुंती देवी ने कहा कि आज हमारी बेटी ने हमारा सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। उन्होंने कहा कि हमारी बेटी ने हमारी मजबूरियों को समझा व अभाव में भी बेहतर प्रदर्शन कर हमें फक्र महसूस करवाया।

कल्पना रक्सौल की रहने वाली है और वह इंटर में टॉप की है और वो एक गरीब परिवार से बिलॉन्ग करती है उसके पिता तो चलाते हैं और आपको हम बता दें कि कल्पना ने इससे पहले दसवीं की परीक्षा में भी 80% अंक लाकर अपने पिता का सीना चौरा की और वह एक भाई और एक बहन है और उसके भाई पहले ही आईएससी निकालकर एयर फोर्स का तैयारी कर रहा है और एक बहन भी

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...