यात्रिगन कृपया ध्यान दे अब बताया जा रहा है की पूर्व मध्य रेलवे के आधा दर्जन से अधिक ट्रेनों से सुपरफ़ास्ट का दर्ज़ा छिना जाएगा. वहीँ यह निर्णय इसीलिए लिया जा रहा है क्यूंकि ट्रेनों की कम हुई गति और बढ़े स्टॉपेज की संख्या बहुत बढ़ गई है.
ये बड़ी 2 कारण के चलते ट्रेन से सुपरफ़ास्ट का दर्ज़ा हट सकता है. इसको लेकर लगातार बोर्ड के द्वारा मंथ की जा रही है ख़ास बात यह है की इसमें से कई ट्रेनें बिहार से होकर गुजर रही है.
इसको लेकर रेलवे बोर्ड मंथन करने में जुटा है. इनमें से कई ट्रेनें बिहार के विभिन्न स्टेशनों से होकर गुजरती हैं. जिनमें की नवंबर 2024 में ही रेलवे बोर्ड ने सभी रेलवे जोन और फिर मंडल से ट्रेनों के समय और ठहराव को लेकर पूरा डिटेल्स माँगा गया था.
वहीँ आपको बता दूँ की सुपरफास्ट ट्रेनों का परिचालन न्यूनतम 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से होता है. लेकिन जबकि ठहराव की संख्या बढ़ने से इसकी स्पीड में गिरावटें देखने को मिलती है. और इसी कारण से सुपरफास्ट का जो दर्ज़ा है उसमें खतरा मंडरा रहा है.