Manvi Madhu : बिहार में हाल ही में पिछले दिनों दारोगा का रिजल्ट जारी किया गया जिसमें कुल १२७५ सीटें थी वहीँ इस बार सबसे अनोखा बात यह रहा की इस १२७५ में से कुल ३ किन्नर समाज के लोगों ने बाजी मारी है दरअसल उसकी चर्चा हर जगहों पर हो रही है हम बात आकर रहे है मानवी मधु के बारे में…
मानवी मधु बिहार के बांका जिले के पंजवारा की रहने वाली हैं। उनके पिता स्वर्गीय नरेंद्र प्रसाद सिंह व माता माला देवी हैं। वो घर की बड़ी है लेकिन कुछ समय बाद उनके पिता का साथ छुट गया और तब उनके ऊपर और जिम्मेदारी बढ़ गई और उतना की समाजिक दृष्टि से ताना भी.
मानवी की घर की हालात उतनी अच्छी नहीं थी उन्होंने आश्रय गृह (शेल्टर होम) में नौकरी की उस पैसा से भी उनका गुजारा नहीं हो सका लेकिन वो हार नहीं मानी और फिर से पढ़ाई करना शुरू की एक नई उर्जा के साथ और वो इस बार अपने घर से दूर राजधानी पटना में रहकर पढना शुरू किया.
वो अपने इस सफलता का श्रेय गुरु रहमान और गुरु सुल्तान को देती है. वो बताती है की इन दोनों ने उन्हें आर्थिक मदद भी की उनका बचपन का पढ़ाई-लिखाई गाँव से ही पूरा हुआ बाद में उन्होंने 2018-21 में तिलकामांझी यूनिवर्सिटी से राजनीति शास्त्र में स्नातक किया। और आज वो समाज के कई ताने सुन के परिवार से दूर रहकर खुद के मेहनत के बदौलत दारोगा बनी आज के युवाओं के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं है.