भारत में NEET परीक्षा को सबसे कठिन एग्जाम में से एक माना जाता है. इसे पास किए बिना मेडिकल कॉलेज में एडमिशन नहीं मिल पाता है इस परीक्षा को पास करके हजारों बच्चे डॉक्टर बनते है. जिन युवाओं का सपना डॉक्टर बनने का होता है, उन्हें इसे पास करना अनिवार्य होता है.

इस एग्जाम के लिए अभ्यार्थी को कड़ी मेहनत से गुजरना होता है तब जाकर कहीं सफलता हाथ लगती है. आज के इस खबर में हम एक ऐसे ही गरीब और समाजिक ताना को झेलते हुए जिन अभ्यार्थी ने इस एग्जाम को निकाला है उनकी बात करने वाले है.

दरअसल उनका अनाम रूपा यादव है और उनके जीवन में दुःख इतना हुआ की उनकी शादी छोटे से उम्र मात्र 8 साल में ही उनकी शादी कर दी गई इतना ही नहीं उनके पति की उम्र उस समय लगभग १२ साल के आस-पास हो रही थी. उसके बाद इनके कंधे पर घर के साथ-साथ पढ़ाई की भी जिम्मेदारी थी.

लेकिन इन्होने कितनी भी विषम प्रस्थिति आई पढ़ाई करना नहीं छोड़ी और उनके जीवन में एक समय ऐसा आया जब वो नीट जैसे बड़े परीक्षा को पास की इन सभी चीजों में उनके पति ने भरपूर साथ निभाया आपको बता दूँ की रूपा ने उन्होंने नीट की परीक्षा में 720 में से 603 अंक हासिल किए और ऑल इंडिया रैंक (AIR) 2,612 हासिल की.

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...