भारत की कठिन परीक्षा में से एक परीक्षा यूपीएससी की परीक्षा को माना जाता है इसके लिए अभ्यार्थी सालों मेहनत करते है. तब जाकर कहीं उन्हें सफलता मिलती है आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे है जिनका पूरा जीवन ही संघर्ष से भरा रहा है.

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दरअसल हम बात कर रहे है अब्दुल नसर के बारे में जिन्होंने महज अपने मेहनत के दम पर कामयाबी हाशिल करके दुनिया को यह ता दिया की कुछ भी असंभव नहीं है. जो कठिन परिश्रम के साथ एक ही प्रयास में सफलता हासिल कर लेते है.

अब्दुल नसर केरल के कन्नूर के थलासेरी के रहने वाले है अब्दुल महज 5 साल के थे तभी उनके पिता की मृत्यु हो गया जिसके बाद परिवार की हालात ख्रराब हो गई और इनकी माँ इन्हें आनाथालय छोड़ गई. जिसके प्रश्चात अब्दुल करीब 13 वर्ष अनाथालय में रहे.

और उन्होंने वहीँ से अपना काम बढाया और पढाई करना शुरू किया बताया जाता है की अब्दुल जब 16 साल की उम्र में थे. तब से ही उन्होंने कैशियर, न्यूजपेपर डिस्ट्रीब्यूटर, एसटीडी बूथ ऑपरेटर और ट्यूशन टीचर जैसे काम को उन्होंने किया आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाइ और वो 2006 में आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में सामिल हुए और उन्हें सफलता हाशिल हुआ.

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...