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प्रियंका चोपड़ा जोनस का नाम आज ग्लोबल स्तर पर लिया जाता है। मिस इंडिया बनने से लेकर हिंदी सिनेमा में टैलेंट से लोगों को मंत्रमुग्ध करने तक और फिर हॉलीवुड में झंडे गाड़ने तक उन्होंने हर कदम पर अपनी काबिलियत दिखाई है। उन्होंने हमेशा अपनी शर्तों पर काम किया। लोगों की परवाह किए बिना अपने दिल की सुनी और काम किया।

रिस्क लिए और अपनी गलतियों से बहुत कुछ सीखा भी। इन सभी चीजों के बाद उन्होंने एक मुकाम हासिल किया है। कुछ समय पहले उनकी ऑटोबायोग्राफी भी आई, जिसमें उन्होंने अपने सफर पर बात की। फेशनिस्टा प्रियंका चोपड़ा जोनस और उनकी जिंदगी से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं।

प्रिंयका इसका जीता जागता सबूत हैं। उन्होंने कई इंटरव्यूज में बताया कि वह बरेली से हैं और इतनी बड़ी स्टार होने के बावजूद अपनी जड़ों और अपने परिवार के कितना करीब हैं। कई इवेंट्स पर उन्हें अपने परिवार के साथ देखा गया है। प्रियंका अपनी मां के साथ भी अक्सर नजर आती हैं,

इतना ही नहीं वह निक जोनस की फैमिली के साथ भी काफी समय बिताती हैं। प्रियंका अपने पापा से कितना प्यार करती हैं, यह बात उनकी फिल्मों, उनकी बातों में हमेशा झलकती हैं। उन्होंने अपनी कलाई पर, डैडीज लिटल गर्ल का एक टैटू भी बनावाया है।

प्रियंका की यात्रा ने हमें सिखाया है कि सफलता आसान नहीं होती है, लेकिन सही मात्रा में की गई कड़ी मेहनत के साथ, आप हर सपना पूरा कर सकती हैं। अगर जज्बा और जुनून हो और आप मेहनत करने के लिए भी तैयार हों, तो अवास्तविक से दिखने वाले सपनों को भी पूरा कर सकती हैं।

प्रिंयका एक अभिनेत्री हैं, गायिका हैं, निर्माता हैं, समाजसेविका हैं, लेखिका हैं…उन्होंने खुद को सीमित नहीं रखा। हर चीज़ पूरी ईमानदारी के साथ की और बहुत खूब की। उन्होंने इस बात को साबित किया है कि आपमें अगर सही टैलेंट हो और दृढ़ संकल्प हो, तो आप एक अधिक क्षेत्र में भी सफलता पा सकती हैं।

एक इंटरव्यू में प्रियंका बता चुकी हैं, जब वह पहली बार अमेरिका गई थीं, तो उनके साथ कैसा भेदभाव हुआ था। रेसिस्ट टिप्पणियों के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी। इन सबसे लड़कर, अपने काम से लोगों को प्रभावित करके न सिर्फ उन्होंने बॉलीवुड में मुकाम बनाया, बल्कि हॉलीवुड में भी झंडे गाड़े। उन्होंने अपने आलोचकों को अपनी सफलता के दम से चुप कराया।

एक इंसान सिर्फ खुद को आगे बढ़ाने के बारे में सोचता है, मगर एक सफल इंसान चाहता है कि उसके साथ और लोग भी आगे बढ़ें। प्रियंका ने हमेशा इस बात पर जोर दिया। उन्होंने अपने प्रोडक्शन हाउस के जरिए हमेशा लोगों का उत्साह बढ़ाया। लोगों के साथ चलकर कैसे काम करना है यह बात हमें प्रिंयका चोपड़ा जोनस से सीखनी चाहिए। उन्होंने रिजनल सिनेमा और उनके लोगों को भी आगे बढ़ाने में मदद की।

प्रियंका कहती हैं कि उन्होंने अपने हालातों का पीड़ित बनना स्वीकार नहीं हैं। वह अपनी उपलब्धियों पर ध्यान रखना चाहती हैं, न कि उन लोगों पर जो समय-समय पर उनकों नीचा दिखाना चाहते हैं। वह कहती हैं, मैं अगली बड़ी चीज पर फोकस करना चाहती हूं, जो मैं कर सकती हूं। रूढ़ियों को तोड़ना चाहती हूं। न कि अपना समय लोगों से लड़कर खराब करना चाहती हूं। उनका यही एटिट्यूड हमें भी अपनाना चाहिए और अपनी चीजों पर फोकस करना चाहिए।

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...