भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर तंज कसा है।
कहा कि चारा घोटाला में सजायाफ्ता और कई गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लालू प्रसाद किस मजबूरी में लगभग ढाई दशक से
बिहार विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हुए हैं। जबकि वे इतने कमजोर हो चुके हैं
कि चलने के लिए सहारे की जरूरत पड़ती है।
लेकिन उनकी बेबसी यह कि न बड़े पुत्र का घर बसा पाये और न उन्हें पार्टी के सीनियर नेताओं के विरुद्ध
अपमानजनक बयानबाजी करने से रोक पाये। जिनके पिता खुद मजबूर, कमजोर और हालात से थक चुके हैं,
वे 16 घंटे राज्य की सेवा में तत्पर मुख्यमंत्री पर उल्टे-सीधे आरोप लगा रहे हैं।
उन्हें अपने पिता की सेवा के लिए वक्त निकालना चाहिए।
गुरुवार को जारी बयान में भाजपा सांसद ने कहा कि लालू प्रसाद ने किस मजबूरी में बड़े पुत्र की जगह छोटे पुत्र को राजनीतिक उत्तराधिकार सौंपा,
यह उनका पारिवारिक मामला है। लेकिन जब नेता विपक्ष पिछले विधानसभा से लंबे समय तक गायब रहे
और वतर्मान सदन में पहली बार पूछे गए प्रश्न का उत्तर सुनने के लिए भी उपस्थित न रहे,
तब उनकी भूमिका पर सवाल उठेंगे ही।
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के बयान पर जदयू ने पलटवार किया है।
प्रदेश जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने आरोप लगाया है कि जो बचपन से खुद शराब का सेवन करता रहा हो, उसे सभी शराबी ही दिखते हैं।
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि तेजस्वी यादव अक्सर कहते हैं कि बिहार में शराब की घर-घर डिलीवरी होती है,
तो क्या मान लूं उसमें आपका भी घर शामिल है। निखिल मंडल ने ट्वीट कर तेजस्वी से पूछा है
कि वैसे अब भी शराब का सेवन करते हैं या शराबबंदी के बाद छूट गयी आदत?
कहा, छूट गयी तो कहिए नीतीश कुमार जिंदाबाद।