Anirudh Kumar ips
Anirudh Kumar ips

IPS Success Story: दोस्तों किसी ने क्या खूब कहा अहि अगर आपको उपरवाला मुसीबत दे रहा है तो आप उस मुसीबत से लड़ने के काबिल है इसीलिए आपको ऊपर वाला मुसीबत दे रहा है. लेकिन कई बार ऐसा आपने देखा होगा की मुसीबत आने के बाद हमलोग घबरा जाते है और उसका डटकर मुकाबला नहीं कर पाते है.

Also read: Optical illusion: Hidden Chameleon Challenge: Can You Spot It in This Picture?

Blank 5 Grids Collage 55

IPS Success Story Anirudh Kumar: लेकिन दोस्तों आज के इस खबर में हम जिस शख्स के बारे में बात कर रहे है उन्होंने क्या अपने दुश्मनों से बदला लिया है उसे जानकार आप भी खुश हो जायेंगे. दरअसल कुछ समय पहले एक जमीन को लेकर विवाद हुआ था जिस पर कुछ गुंडे ने कब्ज़ा कर लिया था.

Also read: Farmer Story: Farmer invests in Rs 7 crore helicopter for crop maintenance, boasting an impressive annual turnover of Rs 25 crore.

IPS Success Story Anirudh Ki Kahani: और इनके घरवाले से झगड़ा कर रहा था दोस्तों उसी समय अनिरुद्ध कुमार(Anirudh Kumar) ने अपने मन में यह ठान लिया था की हम बड़े होकर पुलिस वाले बनेंगे और न सिर्फ अपने पिता को बल्कि हमारे पिता जैसे कई और लोग समाज में है जिन्हें जमीन और साड़ी समस्या को लेकर गुंडे मवाली लोग परेशान करते है उन्हें इन्साफ दिलाएंगे.

Also read: Approaching her initial chance as if it were her last, Srishti diligently prepared and excelled in the UPSC examination.

दोस्तों हम जिस शख्स के बारे में बात कर रहे है उनका नाम अनिरुद्ध कुमार(Anirudh Kumar) है और वो बिहार प्रदेश के जहानाबाद के रहने वाले है. उनके पिता जी भारतीय रेलवे ने जॉब करते थे और वो उत्तरप्रदेश के कानपुर में नौकरी करते थे जिस कारण उनका पढाई लिखाई कानपुर में ही हुआ.

Also read: Success Story: Balod’s son achieves historic feat: Clears PSC for the third time in a row, selected as DSP.”

IPS Success Story Anirudh Kumar IPS: दोस्तों अनिरुद्ध कुमार(Anirudh Kumar) की एक लक्ष्य ने उनकी जिंदगी बदल दी. और दोस्तों उनका शुरू से सपना था की वो पुलिस वाले बने इसीलिए उन्होंने upsc की परीक्षा में बैठे और 146वां रैंक के साथ अनिरुद्ध आईपीएस अधिकारी बने दोस्तों अनिरुद्ध(Anirudh Kumar) साल 2017 बैच के आईपीएस अधिकारी है.

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...