दोस्तों हमारे देश भारत में सबसे सम्मानित और प्रतिष्ठित पदों में से एक पद आईएएस और आईपीएस का माना जाता है. और इस पद को पाने के लिए पुरे भारत भर के अभ्यार्थी पाना चाहते है और यूपीएससी की परीक्षा में अपना भाग अजमाते है लेकिन आपको बता दूँ.
की भारत में अधिकांस युवाओं का सपना होता है की वो पढ़-लिखकर आईएएस आईपीएस बने दोस्तों आज के इस खबर में हम बात करने वाले है एक ऐसे ही तेज-तरार आईएएस ऑफिसर के बारे में जिनका नाम है सत्यम गांधी दोस्तों सत्यम गांधी का घर बिहार के समस्तीपुर जिला में है.
और सत्यम गांधी आज के युवाओं के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं है. उन्होंने अपना बचपन की पढाई गाँव में ही रहकर पूरी की वहीँ आपको बता दूँ की मैट्रिक इंटर करने के बाद ग्रेजुएशन देश की राजधानी दिल्ली से कम्प्लीट किया. और ग्रेजुएशन करने के बाद इन्होने यूपीएससी करने का फैसला लिया.
दोस्तों वो कहते है न मान लो तो हार और ठान लो तो जीत कुछ ऐसी ही उदाहरन सत्यम गांधी पर बैठती है क्यूंकि इन्होने ठान लिया था हमें यूपीएससी का एग्जाम क्लियर करना है और इन्होने करके दिखाया आपको बता दूँ की बहुत कम समय में सत्यम गांधी ने यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हाशिल किया.
अपने गाँव के इकलौता आईएएस अधिकारी है सत्यम
काफी संघर्ष करने बाद सत्यम के हाथ लगी यह सफलता
आज के युवा के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं है सत्यम गांधी