दोस्तों आज के समय में बेटिया भी बेटे से कम नहीं है वो एक समय था जब लड़की को पढने की आजादी नहीं दी जाती थी लेकिन अभी एक समय है जो लड़की भी हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही है. और लड़कों से कदम से कदम मिलाका चल रही है.

आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसी आईपीएस अधिकारी के बारे में बतायेंगे जो शायद इससे पहले आप नहीं सुने होंगे. यूपीएससी भारत के सबसे कठिन एग्जाम में से एक एग्जाम है | और इस एग्जाम में पुरे भारत के तेज तरार विद्यार्थी बैठते है और सबसे बेस्ट स्टूडेंट का इसमें सलेक्शन होता है.

एक महान व्यक्ति ने कहा था की यूपीएससी केवल परीक्षा ही नहीं है बल्कि यूपीएससी एक तपस्या है और जो व्यक्ति इस तपस्या को पूरी मेहनत लगन और शिध्त के साथ करेगा उसको निश्चित सफलता मिलेगी.चलिए जानते है आज एक आईपीएस अधिकारी सरोज कुमारी के बारे में…..

दरअसल हम बात कर रहे है गुजरात कैडर के लाजवाब आईपीएस अधिकारी सरोज कुमारी के बारे में जिन्होंने अपने मेहनत के बदौलत सबको बता दिया की संसाधन चाहे जैसा भी मिले अगर आपके अन्दर मेहनत करने की ललक है तो आप किसी भी बड़े से बड़े मुकाम को हाशिल कर सकते है.

दोस्तों सरोज कुमारी एक आईपीएस अधिकारी है वह बेहद साधारण परिवार से आती है लेकिन उसके बाबजूद भी उन्होंने अपने मेहनत के दम पर देश के सबसे बड़े एग्जाम यूपीएससी क्लियर किया और आईपीएस अधिकारी बनी अब थोडा सरोज कुमारी के अतीत के बारे में जान लीजिये.

सरोज कुमारी अपनी बचपन की शिक्षा अपने गाँव के ही सरकारी स्कूल से प्राप्त की है. सरोज कुमारी उन लोगों को मुंह पर करारा तमाचा मारी है जो लोग सोचते है सरकारी स्कूल में पढ़कर अच्छी सिक्षा ग्रहण नहीं किया जा सकता है और बड़े आगे नहीं बढ़ा जा सकता है.

आपको बता दूँ की सरोज कुमारी साल 2011 के बैच के आईपीएस अधिकारी है और सरोज कुमारी के नाम पर एक और रिकॉर्ड दर्ज है जो अपने आप में दर्शाता है की सरोज कुमारी क्या है आपको बता दूँ की सरोज कुमारी इकलौती ऐसी आईपीएस अधिकारी है जो माउंट एवरेस्ट फतह करने के मिशन में शामिल हुई है.

कुछ समय पहले सरोज कुमारी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपने बच्चे की तस्वीरे शेयर की और साथ ही कैप्शन में उन्होंने लिखा की भगवान ने मुझे अपने आशीर्वाद के रूप में बेटा-बेटी दिए है. जिस पर सभी लोगों ने उन्हें खूब बधाई दी .बाकी इस खबर पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताये.

नोट : यह खबर इन्टरनेट से मिली जानकारी के आधार पर बनाई गई है firstbharatiya.com अपनी ओर से इस खबर की पुष्टि नहीं करती है.