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महरैल : दोस्तों भारतीय रेलवे देश का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है | लेकिन आज भी भारत के कई ऐसे जगह है जहाँ बहुत दिनों से रेलवे लाइन नहीं है और बहुत जगह ऐसे भी है जहाँ रेलवे कैन मौजूद भी है वहां पर ट्रेन का परिचालन सही से नहीं किया जा रहा है |

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आज के इस खबर में हम बात करेंगे महरैल प्रखंड के रेलवे लाइन के बारे जी हाँ दोस्तों आपको बता दूँ की पिछले पांच से छह साल से लगभग महरैल में ट्रेन का परिचालन नहीं किया जा रहा था लेकिन अब महरैल के लोगों के लिए अच्छी खबर है अब दो महीने बाद चलेगी उस रूट पर ट्रेनें.

दरअसल करीब पांच साल बाद महरैल के इस रेलवे लाइन पर ट्रेन का परिचालन किया जाएगा और आपको बता दूँ की यह लौकहा झंझारपुर वाली रूट है | जिस पर कुछ दिनों बाद यानी की दो महीने बाद मार्च से ट्रेन का परिचालन शुरू किया जाएगा |

दरअसल लोगों की सुविधा को देखते हुए दो चरण में इस रेलवे लाइन पर ट्रेन का परिचालन शुरू किया जाएगा | आपको बता दे की पहले चरण में पैसेंजर ट्रेन का परिचालन शुरू किया जाएगा | वहीँ दुसरे चरण में जो की अगस्त में शुरू किया जाएगा उसमें वाचस्पति नगर तक ट्रेन का प्रुइचल्न किया जाएगा.

आपको बता दूँ की पहले चरण में जो पैसेंजर ट्रेन का परिचालन शुरू किया जाएगा वह झंझारपुर से महरैल स्टेशन करीब सात किलोमीटर तक शुरू किया जायेगा | वहीँ लोगों के द्वारा साल 2017 में सकरी लौकहा रेलवे लाइन पर मेगा ब्लॉक भी किया गया था |

जानिये लौकहा- झंझारपुर रेलवे लाइन पर आखिरी बार किस ट्रेन का हुआ था परिचालन

आपको बता दूँ की इस रेलखंड पर आखिरी बार लौकहा रेलवे स्टेशन पर रात्रि 12 बजकर 46 मिनट पर सोमवार 27 मार्च 2017 को चलाया गया था तब से लगभग 6 साल हो गया है इस रेलवे स्टेशन पर ट्रेन को चला हुआ पूरा सुनसान पीडीए हुआ है यह स्टेशन ;लेकिन मार्च से इस स्टेशन की रौनक फिर से वापस आने वाली है.

आप यह भी जान लीजिये इस लौकहा रेलवे स्टेशन पर कुल मिलकर चार जोड़ी ट्रेन का परिचालन किया गया था | जिसमें लौकहा से झंझारपुर तक कुल 43 किलोमीटर तक दूरी में खुटौना, बरहरा हाल्ट, वाचस्पति नगर, चंदेश्वर स्थान हाल्ट, महरैल, झंझारपुर बाजार और झंझारपुर जंक्शन है। वहीँ इस स्टेशन पर ट्रेन के परिचालन बंद होने से छोटे-मोटे दुकानदारों की चेहरे पर भी उदासी छाया हुआ था |

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...