दोस्तों भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है और इससे एक दिन में लाखों भारतीय अपना यात्रा की मजा लेते है | भारत देश में माना जाता है की भारत की सबसे बड़ी सफ़र करने का आसान तरीका ट्रेन को ही मान आजाता है क्यूंकि ट्रेन से सफ़र करने में किराए भी कम देने होते है |
लेकिन आज के इस पोस्ट में हम आपको भारतीय रेलवे के बारे में बतायेंगे खास कर ट्रेन के बारे में…जी हाँ दोस्तों अगर आपसे कोई पूछे ट्रेन कितने प्रकार के होते है तो आप क्या जवाब देंगे…. दरअसल ट्रेन एक होती है एक्सप्रेस ट्रेन और एक होती है पैसेंजर क्या आपको पता है दोनों ट्रेन कब बनी थी और किस वर्ष बनी थी |
और दोनों ट्रेन में क्या अंतर है एक ट्रेन होती है ब्लू वाली जो की सन 1952 में बनाई गई थी | और एक ट्रेन होती है लाल कलर की जिसे 2000 इश्वी के बाद बनाया गया था | और इन दोनों ट्रेन में सबसे मजबूत ट्रेन लाल वाली है जो की 2000 इश्वी के बाद निर्माण किया गया है |
आपको बता डे की इस लाल वाले ट्रेन को माइल्ड स्टील के जरिये बनाया गया है जो की बहुत ही मजबूत होती है | और खासकर ये ट्रेन भविष्य को देखकर बनाया गया है और लाल वाली ट्रेन ब्लू वाली ट्रेन के अपेक्षा काफी मजबूत होती है | और ब्लू वाली ट्रेन के अपेक्षा लाल वाली ट्रेन काफी हल्का होता है |
और साथ ही साथ आप यह भी जान ले की ब्लू वाली ट्रेन में एयर ब्रेक का प्रयोग किया जाता है जिसके कारण वह ट्रेन बहुत दुरी पर जाकर रूकती है | जिससे काफी समय का भी नुक्सान लोगों को सहना पड़ता है वहीँ लाल वाली ट्रेन में डिस्क ब्रेक का प्रयोग किया जाता है |
और डिस्क बराक का यह खासियत होता है की जहाँ पर ब्रेक लगाया जाता है उसके कुछ ही दुरी पर गाड़ी रूक जाती है | और लाल वाली ट्रेन की एक खासियत और है लाल वाली ट्रेन ब्लू वाली ट्रेन की अपेक्षा बहुत कम आवाज करती है वहीँ ब्लू वाली ट्रेन बहुत आवाज करती है |
आप सीधा-सीधा समझ लीजिये ब्लू वाले कोच को ICF कोच कहा जाता है और लाल वाली कोच को LLB कोच कहा जाता है |