एशिया का सबसे लम्बा एक्सप्रेसवे दिल्ली – मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi – Mumbai Expressway) भारत में बन रहा है. इस दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे की कुल लम्बाई 1350 KM है. भारत की राजधानी दिल्ली से शुरू होने वाली और मुंबई नरीमन पॉइंट तक जाने वाली इस एक्सप्रेसवे को बनाने में कुल एक लाख करोड़ रूपये का खर्च आएगा. दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे भारत का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे है.
मंत्री नितिन गडकरी ने दी जानकारी
हाल ही में देश के सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने यह समाचार साझा किया की दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे का काम लगभग 75 प्रतिशत पूरा कर लिया गया है . आगे उन्होंने बताया की अब दिल्ली से मुंबई जाने में सिर्फ 12 घंटे का वक्त लगेगा. इस एक्सप्रेसवे पर कार लगभग 170 किलोमीटर प्रति घटे की रफ़्तार से चल सकती है .
32 करोड़ इंधन की होगी बचत
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण आठ-आठ लेन में किया जा रहा है . वर्तमान में दिल्ली से मुंबई जाने में रोड से लगभग 20 घंटे का वक्त लगता है परन्तु इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से इस दुरी को मात्र 12 घंटे में तय कर लिया जायेगा. 2023 में इस एक्सप्रेसवे को पूरा कर लिया जायेगा. इस एक्सप्रेसवे से सफ़र करने वाले को सालाना लगभग 32 करोड़ लीटर इंधन बचत होगा.
एक हज़ार से डेढ़ हज़ार करोड़ मंथली टोल
मंत्री नितिन गडकरी के अनुसार इस दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से प्रति महीने लगभग एक 1000 से 1500 करोड़ रूपये का टोल की उकाही की जा सकती है. यह एक्सप्रेसवे दिल्ली एनसीआर गुडगाँव (गुरुग्राम ) राजीव चौक से शुरू होते हुए महारानी बाग , डीएनडी फ्लाईओवर होते हुए पलवल से गुजरेगी. इस एक्सप्रेसवे का कुल 14 किलोमीटर का हिस्सा दिल्ली में होगा.
पांच राज्यों के लोगो को सीधा लाभ
इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से निम्नलिखित जगहों के लोगो को आने जाने में आसानी होगी.
दिल्ली, गुरुग्राम, राजीव चौक, महारानी बाग, ओखला, शाहीन बाग , सरिता विहार, कालिंदी कुंज , फरीदाबाद , नॉएडा , ग्रेटर नॉएडा, आगरा, मेवात, राजस्थान, हरियाणा , कोटा , मुकुंदरा, रतलाम, गोधरा, वडोदरा , सूरज, मुंबई नरीमन पॉइंट.