बिहार : बिहार में अभी मानसून पूरी तरह से सक्रिय है रोज किसी न किसी हिस्से में बारिश हो रही है इससे किसान को अधिक फायदा है लोगों को भी गर्मी से राहत मिली हुई है | वहीँ आपको बता दूँ कि बिहार को बेहतर बिहार बनाने के लिए बिहार सरकार अपनी और से कोई कसर नहीं छोड़ती बिहार के रोड कनेक्टिविटी अच्छा बनाने के लिए कोने-कोने में सड़क पूल ओवरब्रिज का निर्माण करवाया जा रहा है |
बरसात खत्म होने के बाद शुरू होगी पूल का निर्माणकार्य :
दरअसल विक्रमशिला सेतु के समानांतर पुल निर्माण के लिए सारी बाधाएं दूरी हो गयी हैं. बरसात के बाद पुल बनना शुरू हो जायेगा. समानांतर पुल बनाने का काम एसपी सिंगला को मिला है. शुक्रवार को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, नयी दिल्ली द्वारा टेंडर की वित्तीय बिड खोली गयी, जिसमें ठेका एजेंसी एसपी सिंगला को टेंडर मिला. उन्हें अगले कुछ ही दिनों में ही वर्क अवार्ड कर दिया जायेगा. सुल्तानगंज से कहलगांव के बीच डॉल्फिन अभ्यारण्य क्षेत्र है. संबंधित विभाग से गांगेय डॉल्फिन अभयारण्य का क्लीयरेंस भी ले लिया जायेगा.
994.31 करोड़ की लागत से होगा निर्माण :
पुल निर्माण इंजीनियरिंग प्रोक्योरमेंट कंस्ट्रक्शन (इपीसी) मोड में बनेगा. ठेका एजेंसी को 1460 दिनों में यानी चार साल में पुल बनाना होगा. पुल बनाने का काम एजेंसी को टेंडर राशि से 3.75 प्रतिशत अधिक दर पर मिला है. इस पुल के निर्माण में टेंडर राशि 958.38 करोड़ से 35.93 करोड़ ज्यादा यानी 994.31 करोड़ खर्च होगा.
वहीं, साल 2020 के टेंडर राशि 838 करोड़ से 156.31 करोड़ अधिक बढ़कर 994.31 करोड़ हो गयी है. इससे पहले फरवरी, 2021 में लार्सन एंड टूब्रो के नाम से टेंंडर फाइनल हुआ था, लेकिन भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआइ) द्वारा यह बताकर निर्माण पर रोक लगा दी गयी थी कि पुल के स्पेन का फासला 100 मीटर नहीं था
जानें मुख्य बातें
- इपीसी मोड में बनेगा पुल
- काम शुरू होने से पहले ही ले लिया जायेगा गांगेय डॉल्फिन अभयारण्य का क्लीयरेंस
- टेंडर वैल्यू से 3.75 प्रतिशत अधिक पर ठेका एजेंसी को मिला पुल बनाने का काम
- 100 मीटर स्पेन के फासले पर बनेगा पुल
- 994.31 करोड़ आयेगा पुल निर्माण पर खर्च
- 1460 दिनों में ठेका एजेंसी को बनाकर तैयार करना होगा पुल