बिहार में कुछ दिन पहले घर बनाने वाले लोगों को सरिया सीमेंट के दाम घटने से राहत मिली ही थी लेकिन अब खबर आ रही है कि एक बार फिर से महंगा हुआ घर बनाने का समान जी हाँ आम लोगों को लगा जोड़ का झटका बिहार में एका-एक महंगा हुआ घर बनाने का समाग्री अगर आप बिहार से है और घर बनाने की प्लान कर रहे है तो
आपके लिए ये खबर बेहद खास है | दरअसल,बढ़ती महंगाई पर अंकुश लगाने और लोगों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने डीजल और पेट्रोल पर टैक्स में कमी की। इससे छड़ और सीमेंट के दाम में कमी आई लेकिन बालू और गिट्टी के दाम अब भी लोगों की मुसीबत बढ़ा रहा है। इसे आशियाना बनाने की योजना बना रहे लोगों को निर्माण सामग्री की बेतहाशा महंगाई से झटका लगा है।
एक जून से पहले एक टाली बालू की कीमत 2700 से 3500 रुपये थी। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सरकार भंडारण किए गये 100 सीएफटी बालू की कीमत विगत साल में चार हजार रुपये निर्धारित की थी, लेकिन के-लाइसेंस धारी को बाजार में बालू को लाने में भाड़ा, लदान आदि खर्च को वहन करना पड़ता है। इसका सारा भार ग्राहक को ही भुगतना पड़ता है। गत दिसंबर व नवंबर माह में जिले में एक साथ 45 कंपनियां बालू घाटों का खनन कर रही थीं। इसलिए बाजार में बालू की आपूर्ति थी, इसलिए बालू का कीमत आधे पर थी।
इसी तरह गिट्टी के दाम पहले 75 सौ रुपये प्रति सीएफटी था जो बढ़कर 11500 रुपये पर पहुंच गया है। यही हाल ईंट का है।वर्तमान में 14500 हजार में 15 सौ मिलता था अब उसके लिए 16500 से 17000 रुपये देने पड़ते हैं। अच्छी क्वालिटी की सीमेंट 380 से 420 रुपये में मिल रहा है। वहीं छड़ 72 सौ रुपये क्विंटल बिक रहा है। कीमतों का असर सरकारी परियोजना पर भी पड़ा रहा है।