aeb6d8f9 6e8b 42c5 9a6f 578c52bacb253 10

Sahara India Investor’s Refund Status 2022 : दोस्तों सहारा इंडिया एक ऐसी कम्पनी है | जिसको लोगों ने अपनी बुढ़ापा का सहारा माना था | लेकिन हुआ कुछ उल्टा दरअसल सहारा के निवेशकों सहारा कम्पनी के ऊपर आरोप लगा रहे है कि समय पूरा होने के बाबजूद भी सहारा पैसा वापस नहीं कर रहा है |

Also read: Indian Railway : राजधानी दिल्ली से बिहार के लिए करना चाहते है सफर तो बढ़ गई क्‍लोन ट्रेन की अवधि मिल जायेगी आपको कन्फर्म टिकट, जानिये…

बचत करने से भविष्य में आकष्मिक जरूरतों को पूरी करने में काफी आसानी होती है. लेकिन इन अभी चीजो के बीच सहारा इंड‍िया (Sahara India) में लाखों लोगों के पैसे फंसे हुए हैं. न‍िवेशकों का पैसा वापस द‍िलाने के ल‍िए सरकार ने प‍िछले द‍िनों कई ठोस कदम भी उठाए. लेक‍िन अभी तक न‍िवेशकों को अपना पैसा वापस नहीं म‍िल पाया है. फरवरी में सरकार की तरफ वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी (Pankaj Choudhary) ने भी इस बारे में बयान द‍िया था.

Also read: बिहारवासी हो जाए सावधान! पुरे प्रदेश में ज़ोरदार आँधी के साथ होगी बारिश वज्रपात का अलर्ट हो जाए सावधान इन क्षेत्रों का नाम है शामिल!

81.70 करोड़ से जुड़े 19,644 आवेदन म‍िले

Also read: Bhagalpur Train Schedule: 25 अप्रैल से 27 जून तक एक महीने दौड़ेगी स्पेशल ट्रेनें, जान लीजिये क्या होगी समय-सीमा

मीडिया रिपोर्ट की माने तो वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने अपने बयान में बताया था क‍ि सेबी (SEBI) को 81.70 करोड़ के लिए 53,642 ओरिजिनल बॉन्ड सर्टिफिकेट/पास बुक से जुड़े 19,644 आवेदन म‍िले हैं. उन्‍होंने यह भी बताया था क‍ि बाकी आवेदन का SIRECL और SHICL द्वारा उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों में रिकॉर्ड ट्रेस नहीं हो पा रहा. उनकी तरफ से जानकारी द‍िए जाने के बाद न‍िवेशकों की उम्‍मीदें बढ़ गई थीं.

Also read: पूरा सज-धजकर बारात लेकर निकल रहा था दूल्‍हा, उधर प्रेमिका कर रही थी इंतजार सामने आते ही चेहरे पर फेंका एसिड, उसके बाद…

सहारा ने लेटर में ल‍िखा, हम भी सेबी से पीड़‍ित

आपको बता दे की अप्रैल महीने में सहारा (Sahara) ने सेबी (SEBI) पर निवेशकों के 25,000 करोड़ रुपये रखने का आरोप लगाया था. इससे पहले भी सहारा की तरफ से यह बात कई बार कही जा चुकी है. सहारा की तरफ से जारी लेटर में ल‍िखा क‍ि वह (सहारा) भी सेबी से पीड़ित है. हमसे दौड़ने के ल‍िए कहा जाता है लेक‍िन हमें बेड़ियों में जकड़कर रखा गया है.

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...