सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय की गिरफ्तारी करने के लिए कुछ दिनों पहले दतिया पुलिस लखनऊ पहुंची. हालांकि घर में मौजूद नहीं होने के कारण सुब्रत रॉय पुलिस को नहीं मिले. पुलिस ने सहारा ग्रुप के डायरेक्टर सुब्रत रॉय सहित 8 लोगों के खिलाफ NBW वारंट जारी किया है. सहारा ग्रुप के डायरेक्टर सुब्रत रॉय के खिलाफ मध्यप्रदेश के दतिया जिले के कोतवाली थाने में धोखाधड़ी के 14 मुकदमें दर्ज हैं | जिसके चलते पुलिस उसको खोज रहे है |
वहीँ आपको बता दे कि दतिया से मध्यप्रदेश पुलिस 8 लोगों की गिरफ्तारी करने यूपी के लखनऊ पहुंची थी. एमपी पुलिस स्थानीय पुलिस का सहयोग लेकर सुब्रत रॉय के सहारा शहर स्थित आवास पहुंची थी. दतिया कोतवाली इलाके में सुब्रत रॉय पर ढाई करोड़ का फ्रॉड करने का आरोप है. मध्यप्रदेश की पुलिस गोमतीनगर पुलिस का सहयोग लेकर सुब्रत रॉय को गिरफ्तार करने उनके आवास पहुंची. बता दें कि मामले में पुलिस सुब्रत रॉय, स्वप्ना रॉय, अनिल कुमार पांडेय, डीके श्रीवास्तव, रूमी दत्ता, करुणेश अवस्थी, राना जिया और अब्दुल दबीर को गिरफ्तार के लिए लखनऊ पहुंची |
पुलिस को नहीं मिले सुब्रत रॉय
मध्यप्रदेश के दतिया से कई किलोमीटर का सफर तय करके एमपी पुलिस सहारा शहर पहुंची तो वहां पर उन्हें सफलता नहीं मिली. दरअसल अपने घर पर पुलिस को सुब्रत रॉय नहीं मिले. एमपी पुलिस ने उनके घर के बाहर नोटिस चिपका दिया है. सहारा के डायरेक्टर को 5 मई तक दतिया पुलिस के सामने हाजिर होने को कहा गया है |
10 मसे अधिक मामले है सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय पर :
मध्यप्रदेश पुलिस के मुताबिक सुब्रत रॉय के खिलाफ चिटफंड सोसाइटी बनाकर पैसा हड़पने के 14 मामले दर्ज हैं. सभी केसों के खिलाफ कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी है. सहारा कंपनी ने लोगों का पैसा जमाकर उनकी मैच्योरिटी नहीं दी है. पुलिस का कहना है कि सुब्रत रॉय मिलेंगे तो उनकी गिरफ्तारी होगी. बताते चले कि सहारा इंडिया परिवार का होटल, शिक्षा, टूरिज्म, एंटरटेनमेंट और मीडिया जैसे क्षेत्र में इन्वॉल्व है |
कारोबार में नुकसान होने की वजह से सुब्रत ने कुछ टाइम पहले सहारा एयरलाइन्स को बेच दिया था. तो वहीं, 2012 में सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया ने सुब्रत रॉय को बाजार नियमों का उल्लंघन कर गैर कानूनी ढंग से चिट फंड के जरिए लोगों से पैसे लेने के मामले में दोषी टहराया था, जिसको लेकर उन्हें जेल की हवा भी खानी पड़ गई थी |