दोस्तों मामूली तौर पर देखा जाता अहि कि बिहार में जमीन से रिलेटेड किसी भी काम चाहे रजिस्ट्री हो या दाखिल कह्रिज सब चीज अब दलाली के माध्यम से बहुत दिनों से होता आ रहा है | लेकिन अब ये सिस्टम खत्म होने जा रहा है | अब बिहार के लोगों को जमीन का रजिस्ट्री कराना बेहद आसान हो गया है | जमीन का रजिस्ट्री कराना आसान नहीं होता यह काफी महंगा सौदा माना जाता है सरकार ने इसके लिए अपनी तरफ से पैसे फिक्स कर रखे है |
और ऊपर से रजिस्ट्री ऑफिस के कर्मचारी रजिस्ट्री के समय बिना चढ़ावा लिए कोई काम ही नहीं करते लेकिन अब जमीन रजिस्ट्री के लिए दस्तावेज तैयार करने वाले कातिब को भी अच्छी-खासी रकम देनी पड़ती है। लेकिन, सरकार की नई व्यवस्था से आप सरकारी रजिस्ट्री शुल्क में तो छूट हासिल कर ही सकते हैं, बिना किसी दूसरे शख्स को एक रुपया दिए आपका काम भी एक दिन में पूरा होगा।
अब कर्मचारी को चढ़ावा देने की कोई जरूरत नहीं :
अब इसलिए आपको चढ़वा देने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि अब रजिस्ट्री के लिए सरकार ऑनलाइन शुल्क लेने की वयवस्था शुरू कर दी है | इसके बाद आपको स्टांप पेपर के लिए अवैध नजराना देने की जरूरत नहीं रह गई है। इसके अलावा जमीन की रजिस्ट्री के लिए अब किसी से दस्तावेज तैयार करवाने की जरूरत भी नहीं है। सरकार ने जमीन की रजिस्ट्री के लिए हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू में कई माडल डीड तैयार करा दिए हैं। इसमें जमीन का ब्यौरा, बेचने और खरीदने वाले का ब्यौरा रिक्त स्थानों पर भरकर दस्तावेज खुद ही तैयार किया जा सकता है |