aeb6d8f9 6e8b 42c5 9a6f 578c52bacb25 58

अच्छी खबर : बिहार की राजधानी पटना से आरा होते सासाराम की एक्सप्रेस वे कनेक्टिविटी बहाल होगी। भारतमाला-1 परियोजना के तहत स्वीकृति मिलने के बाद अब जमीन अधिग्रहण का काम शुरू होगा। अभी बिहार में एक भी सबसे तेज गति से पहुंचाने वाली सड़क (एक्सप्रेस-वे) नहीं है। लेकिन अब इस सड़क के निर्माण हो जान इसे ये सपना भी पूरा हो जाएगा |

ऐसे में उत्तर भारत की सबसे महत्वपूर्ण पुरानी सड़क जीटी रोड को पटना से सबसे तेज कनेक्टिविटी देने के लिए इस एलाइनमेंट का चयन किया गया है। अभी दक्षिण बिहार से दिल्ली या कोलकाता जाने के लिए एकमात्र बढ़िया और तेज गति वाला मार्ग स्वर्णिम चतुर्भुज ही है।

लेकिन पटना से उस तक पहुंचने के लिए एक भी तेज गति वाला मार्ग नहीं है। वैसे पटना से स्वर्णिम चतुर्भुज तक पहुँचने के लिए पटना-आरा-मोहनिया, पटना-आरा-सासाराम, पटना-गया-डोभी और पटना-बख्तियारपुर-रजौली चार मुख्य रास्ते हैं पर उनकी गति 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा है। पटना-आरा-सासाराम एक्सप्रेस वे बन जाने से वो गति कम से कम 80-100 किलोमीटर प्रतिघंटा हो जाएगी।

पटना रिंग रोड सदिसोपुर से आरा बाइपास-गड़हनी-पीरो-संझौली-सासाराम तक जुड़ेगा

बिहटा से पहले पटना रिंग रोड पर सदिसोपुर से यह एक्सप्रेस-वे शुरु हो रही है। सदिसोपुर से आरा बायपास की दूरी 35 किमी है। वहीं आरा बायपास से सासाराम की दूरी 83 किमी है। सदिशोपुर से आरा तक 4/6 लेन चौड़ी सड़क बनेगी। इसमें 4 किमी लंबा आरा बायपास 4 लेन बनेगा तो 31 किलोमीटर लंबा सदिशोपुर से आरा 6 लेन बनेगा। वहीं आरा के एकौना से सासाराम की लंबाई 83 किमी होगी जो 4 लेन चौड़ा होगा।

सदीसोपुर से आरा तक छह लेन रोड, 2979 करोड़ खर्च
दो पैकेजों में बनने वाले इस एक्सप्रेस के निर्माण पर कुल 2979 करोड़ खर्च होंगे। सदिसोपुर-आरा 6 लेन हाइवे निर्माण पर 1494.69 करोड़ खर्च किये जाएंगे। वहीं आरा बाइपास-सासाराम 4 लेन होगा।

इस सडक के निर्माण हो जाने से इन जगहों के लोगों को होगा लाभ :

मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई, अहमदाबाद, हैदराबाद, कोलकाता, जयपुर, पुणे, सूरत, कानपुर, नागपुर, लखनऊ, पटना, गाजियाबाद, लुधियाना, विशाखापट्टनम, राजकोट, वाराणसी, श्रीनगर, अलीगढ़, गुरुग्राम, भुवनेश्वर, जालंधर, गोरखपुर, बीकानेर, तिरुचिरापल्ली, मैसूर, बरेली, कोटा, रायपुर, जोधपुर, विजयवाड़ा

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...