भारत में अकी तरह के परीक्षाये होती है लेकिन पुरे भारत लेवल पर ली जाती है यूपीएससी (Union Public Service Commission) की परीक्षा जो अपने आप में बहुत कड़ा एग्जाम माना जाता है | जो बच्चे आईएस का सपना देखते है वो दिन रात मेहनत करते है | पुरे देश के अलग-अलग जगहों से लोग इस परीक्षा में बैठते है लेकिन सफल वही हो पाते है | जो इसमें अपनी पूरी श्रधा से मेहनत लगन से इसकी तैयारी करते है | आज हम आपको इस खबर में ऐसी ही एक प्राइमरी स्कूल के बेटी के बारे में बताने जा रहे है जो अपनी मेहनत की वजह से आज यूएससी टॉप की है |
दरसल, हम बात कर रहे है मध्यप्रदेश के के राजधानी भोपाल के एक छोटे से गाँव कस्तूरवा नगर में रहने वाली श्रृष्टि की श्रृष्टि मिडिल परिवार से आती है | इनके पिता प्राइवेट जॉब करती है और माँ प्राइमरी स्कूल के टीचर है | श्रृष्टि बचपन से ही पढने में तेज है | उसकी बचपन की पढ़ाई मध्यप्रदेश के एक प्राइवेट स्कूल में हुईं है | उसने मैट्रिक में भी बहुत अच्छी अंक प्राप्त की थी |
और कक्षा 12वीं में लगभग 95 प्रतिशत अंक लाकर अपने साथ-साथ अपने माता-पिता की नाम रौशन की | फिर उसने भोपाल से ही इंटर पास करने के बाद परिवार का पढ़ाई में रुझान पहले से ही था इसलिए सृष्टि को पढ़ाने में माता पिता ने हर कोशिश की. उनकी शुरुआती पढ़ाई भोपाल के कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल से हुई. बचपन से ही वो पढ़ाई में काफी अच्छी थी. उन्होंने 12वीं क्लास में 93 फीसद अंक हासिल किए थे. इंटरमीडिएट की पढ़ाई के बाद उन्होंने भोपाल से ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई की |
यूपीएससी में 5वीं रैंक हासिल कर बनी ऑफिसर :
बता दे की श्रृष्टि की मेहनत और लगन ने आखिरकार रंग लाइ और यूपीएससी (Union Public Service Commission) परीक्षा में सफलता मिली वो अपने इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता एवं गुरुजन को देती है | बता दे की श्रृष्टि ने साल 2018 में पहले प्रयास में ही शानदार अंक के साथ यूएससी की परीक्षा पास की और उसको मध्यप्रदेश का ही कैडर मिला है और वो अभी वहीँ कार्यरत है |