उतरी पूर्वी बिहार के लोगों को पटना जाने में अक्सर गांधी सेतु पर जैम की सामना करनी पड़ती है क्योंकि गाँधी सेतु पुल अभी वन-वे है | मतलब एक साइड से ही आप आ-जा सकते है | एक साइड पुल की मरम्मत का काम चल रहा है जिसे लेकर अक्सर पुल पर जाम लगी रहती है | इसी को लेकर बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने राज्य में चल रही महत्वपूर्ण मेगा पुल-पुलिया व सड़क परियोजनाओं की समीक्षा की। बुधवार को विभागीय सभागार में अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत सहित अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में मंत्री ने आठ बड़ी परियोजनाओं की समीक्षा की। और अपने अधिकारिओ को काम को और तीव्र गति से करने को आदेश दिए |
बिहार पथ निर्माण मंत्री ने महात्मा गांधी सेतु के जीर्णोद्धार कार्य को हर हाल में 15 मई 2022 तक पूरा करने को कहा। मंत्री ने साफ कहा कि इस अवधि के बाद एजेंसी को अवधि विस्तार नहीं दिया जाएगा। उत्तर बिहार के लिए यह परियोजना लाइफलाइन है। इस सेतु के कारण पटना शहर में जाम की समस्या लग रही है। इसलिए इस सेतु का समय पर बनना नितांत आवश्यक है।
इसमें किसी भी स्तर पर विलंब बर्दाश्त नहीं होगा। वहीं, गांधी सेतु के समानांतर बनने वाले नए पुल पर कहा कि अक्टूबर 2024 में इसे पूरा होना है। लेकिन मौजूदा काम धीमा है। एजेंसी को क्रैश कार्यक्रम बनाने का निर्देश देते हुए कहा कि इसे हर हाल में मार्च 2024 तक पूरा कर लिया जाए।
एनएच 106 वीरपुर-बिहपुर की धीमी प्रगति पर मंत्री ने नाराजगी जताते हुए निर्माण एजेंसी आईएलएफएस के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सड़क एवं राजमार्ग परिवहन मंत्रालय को प्रस्ताव भेजने को कहा। एनएच 80 मुंगेर-मिर्जाचौकी के लिए निविदा कार्यादेश होना है। तब तक एजेंसी को कहा गया कि वह मौजूदा सड़क को हर हाल में मेंटेन रखे।