बिहार : बिहार में एक हाईवे का निर्माण करीब चार साल से हो रहा है जो अभी तक अधुरा है |बख्तियारपुर-मोकामा के बीच बिल्कुल ही नए एलायनमेंट पर निर्माणाधीन फोर लेन सड़क की निर्माण गति रफ्तार नहीं पकड़ रही। इस संबंध में निर्माण एजेंसी का कहना है कि इस ग्रीनफील्ड सड़क का एलायनमेंट मोकामा टाल क्षेत्र होते हुए है। टाल क्षेत्र में कई जगहों पर जलजमाव की वजह से केवल खेती-किसानी ही नहीं नयी सड़क का निर्माण कार्य भी प्रभावित है। निर्माण की गति धीमी है। कई स्ट्रेच में इस तरह का जलजमाव है कि वहां पहुंच पाने में भी इससे परेशानी है।
60 किलोमीटर लम्बा है यह हाईवे :
सिमरिया-बेगूसराय-खगड़िया हाईवे की लंबाई60 किलोमीटर है और इसके भी 4 लेन चौड़ीकरण पर 1041 करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं। चार साल पहले भी इसके निर्माण का निर्णय किया गया था और नवयुग एजेंसी को निर्माण की जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन, एजेंसी काम छोड़ कर भाग गई। करीब 2 साल तक काम बाधित रहा। बरौनी, बेगूसराय, बलिया और खगड़िया इलाके की बड़ी आबादी के साथ मधेपुरा, सहरसा, कटिहार, पूर्णिया और बंगाल-असम जाने वाले लाेगों के लिए यह हाईवे बड़ा सहारा है। सिमरिया-बीहट-जमीरा-बरौनी-बेगूसराय-कसबा-बलिया-पंचबीर-खगड़िया के एलाइनमेंट वाले इस हाईवे के निर्माण की जिम्मेदारी पुंजलॉयड एजेंसी को मिली है।
जमीन अधिग्रहण की भी थी समस्या :-
- जलजमाव की वजह से काम की गति अभी धीमी
- जमीन अधिग्रहण का काम भी नहीं पकड़ रहा रफ्तार
- छह वर्षों में पूरा नहीं हुआ 44 किमी लंबे फोरलेन सड़क का निर्माण
- बख्तियारपुर-मोकामा के बीच सड़क निर्माण में बाधा