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ऐसा कहा जाता है कीं अगर इंसान ठान ले तो वो दुनिया में कुछ भी कर गुजर सकता है | असंभव की भी एक न एक दिन शुरुआत करनी ही पड़ती है | और जब उसे स फलता मिलती है तो वही शख्स आने वाले पीढ़ी के लिए मार्ग दर्शन का कारण बनते हैं |  ऐसा ही एक मामला हाल ही में उत्तर प्रदेश से सामने आया था, जहाँ सड़क किनारे बैठी एक महिला फर्राटेदार इंग्लिश में बातचीत करते हुए देखी गई।

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स्वाति ने स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद कंप्यूटर साइंस से ग्रेजुएट किया है, जिसके बाद उनकी शादी हो गई। शादी के बाद स्वाति की जिंदगी अच्छी चल रही थी, लेकिन प्रेग्नेंसी के बाद जब उन्होंने बच्चे को जन्म दिया तो उनके शरीर का दाइना हिस्सा पैरालाइज्ड हो गया था।

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ऐसे में स्वाति के शरीर का एक हिस्सा पूरी तरह से काम करना बंद कर चुका था और उन्हें महसूस होने लगा कि वह अपने परिवार पर बोझ बन रही हैं, इसलिए स्वाति बिना किसी को कुछ बताए अपना घर छोड़कर वाराणसी आ गई।वाराणसी आने के बाद स्वाति के पास रहने के लिए न तो घर था |

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और न ही खाने के लिए भोजन, ऐसे में उन्होंने घाट किनारे सड़क पर रहना शुरू कर दिया। घाट में आने वाले श्रद्धालु खाने के लिए जो कुछ देते, स्वाति उसे खाकर अपना पेट भर लेती हैं और रात के समय घाट किनारे ही सो जाती हैं। स्वाति ने स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद कंप्यूटर साइंस से ग्रेजुएट किया है,

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जिसके बाद उनकी शादी हो गई। शादी के बाद स्वाति की जिंदगी अच्छी चल रही थी, लेकिन प्रेग्नेंसी के बाद जब उन्होंने बच्चे को जन्म दिया तो उनके शरीर का दाइना हिस्सा पैरालाइज्ड हो गया था।

उत्तर प्रदेश में स्थित वाराणसी शहर लाखों हिंदुओं के लिए श्रद्धा और आस्था का केंद्र है, जहाँ सुबह शाम गंगा आरती का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है। इन्हीं गलियारों में एक महिला पिछले 3 सालों से अपनी जिंदगी बिता रही है, क्योंकि कोई उसकी बात सही ढंग से समझ नहीं पाता है।वाराणसी घूमने गए बीएचयू के छात्र अवनीश की नजर जब उस महिला पर पड़ी, तो वह उससे बातचीत करने के लिए उसके पास गए। जब अवनीश ने महिला से बातचीत शुरू की, तो महिला ने इंग्लिश में बोलना शुरू कर दिया।

यह नजारा देखकर अवनीश भी हैरान रह गए, क्योंकि उन्होंने सोचा भी नहीं था कि सड़क किनारे गंदे कपड़े पहने इस महिला को फर्राटेदार इंग्लिश में बात करना आता होगा। उस महिला ने अपना नाम स्वाति बताया, जो 3 साल पहले दक्षिण भारत से वाराणसी आई थी।

स्वाति ने स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद कंप्यूटर साइंस से ग्रेजुएट किया है, जिसके बाद उनकी शादी हो गई। शादी के बाद स्वाति की जिंदगी अच्छी चल रही थी, लेकिन प्रेग्नेंसी के बाद जब उन्होंने बच्चे को जन्म दिया तो उनके शरीर का दाइना हिस्सा पैरालाइज्ड हो गया था।

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...