जिस तरह से आप हर रोज़ रंग बदल कर कपड़े पहनना पसंद करते हैं, अगर आपको उसी तरह से रंग-बिरंगे फल भी बाज़ार में मिले तो कैसा रहेगा। आप जब भी बाज़ार गए होंगे खीरा, ककड़ी और तरबूज हमेशा एक रंग में ही देखा होगा। खासतौर पर ‘लाल तरबूज’ (Red Watermelon) तो देखकर आपके मुंह में पानी ज़रूर आया होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं तरबूज भी अब नए रंग में बाज़ार में उतर चुका है।डॉक्टर हमें गर्मियों में तरबूज खाने की सबसे ज़्यादा सलाह देते हैं।
क्योंकि तरबूज में सबसे ज़्यादा पानी होता है जो कि हमारे शरीर को ठंडक पहुँचाता है।लेकिन आज हम आपको लाल की बजाय ‘पीले रंग’ के तरबूज (Yellow colour Watermelon) के बारे में बताने जा रहा हैं। ये पीले रंग का तरबूज भी भारत के ही किसान उगा रहे हैं।आइए जानते हैं कहाँ उगाया जा रहा है पीला तरबूज और क्या हैं इसकी खूबियाँ।
पाटिल बताते हैं कि पीले तरबूज से लाल तरबूज के मुकाबले कमाई बहुत ज़्यादा है। उन्होंने दो लाख रुपए लगाए थे, उससे अभी तक वह तीन लाख रुपए कमा चुके हैं। जबकि अभी तो केवल गर्मी की शुरुआत मात्र है। पाटिल का मानना है कि हमेशा किसानों को कुछ नया करते रहना चाहिए।
खेती में होने वाले बदलाव से मिट्टी की उर्वरता शक्ति तो बनी ही रहती है। साथ ही किसानों को कुछ नया सीखने को भी मिलता है। नई फ़सल को बाज़ार में उतारने से कमाई भी ज़्यादा होती है। क्योंकि लोग इसे खरीदने में भी ज़्यादा दिलचस्पी दिखाते हैं।